बिहार के बाल स्वास्थ्य मॉडल की प्रशंसा की गई है। गैर सरकारी संगठन 'सेव द चिल्ड्रेन' की रिपोर्ट में बाल स्वास्थ्य की दिशा में बिहार की ओर से उठाए गए कदमों की सराहना की गई है। इसमें कहा गया है, "बिहार देश के गरीब राज्यों में से एक है। यहां बच्चे विटामिन ए की कमी की समस्या से जूझ रहे हैं। देश के ग्रामीण इलाकों में विटामिन ए की कमी की समस्या से जूझ रहे बच्चों का 62 प्रतिशत बिहार में है।"
विटामिन ए की कमी से जूझ रहे बच्चों को इससे निजात दिलाने के लिए राज्य सरकार ने वर्ष 2009 में एक योजना चलाई थी, जिससे एक करोड़ 34 लाख बच्चों को लाभ मिला। पांच वर्ष से कम उम्र के करीब 95 प्रतिशत बच्चों को विटामिन ए की अनुपूरक खुराक दी गई। रिपोर्ट में कहा गया, "राज्य में 11,000 केंद्र और 80,000 आंगनवाड़ी विटामिन ए का अनुपूरक खुराक बच्चों को उपलब्ध कराते हैं। इसके अतिरिक्त छोटे व एकाकी समुदायों में विटामिन ए उपलब्ध कराने के लिए 3,400 से अधिक अस्थाई केंद्र बनाए गए हैं।"
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