राष्ट्रीय शैक्षणिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) की पुस्तक में डॉ. भीमराव अम्बेडकर से जुड़े कथित कार्टून पर संसद के दोनों सदनों में भारी हंगामे के बीच मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने दावा किया कि यह पुराना कार्टून है जिसे हटाने के निर्देश पहले ही दिये जा चुके हैं।
मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि मानव संसाधन विकास मंत्री कपिल सिब्बल के निर्देश पर इस आपत्तिजनक कार्टून को 26 अप्रैल को ही हटाने के निर्देश दिये जा चुके हैं, जिसका प्रकाशन 2006 में हुआ था। गौरतलब है कि एनसीईआरटी की किताब में अंबेडकर का कथित कार्टून प्रकाशित करने के विषय में हंगामे के कारण लोकसभा में शुक्रवार को प्रश्नकाल और शून्यकाल की कार्यवाही नहीं हो सकी। कांग्रेस नेता एवं अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष पीएल पुनिया ने संसद भवन परिसर में संवाददाताओं से कहा कि उन्होंने इस विषय को सिब्बल के समक्ष उठाया था। वह काफी निराश हैं क्योंकि मंत्री ने इस विषय पर ध्यान नहीं दिया।
सुबह सदन की कार्यवाही शुरू होने पर वीकेसी पार्टी के थिरूमा वलवन थोल ने एनसीईआरटी की पुस्तक में प्रकाशित डॉ. भीमराव अम्बेडकर से जुड़े कथित कार्टून का मुद्दा उठाया। वह अपने हाथों में तख्ती और आईपॉड पर इससे संबंधित सामग्री का प्रदर्शन करते हुए अध्यक्ष के आसन के समीप आ गए। भाजपा, बसपा, सपा, कांग्रेस समेत सभी राजनीति दलों के सदस्यों ने इस प्रकाशन पर आपत्ति व्यक्त की। सदस्यों ने इस विषय पर सिब्बल से माफी मांगने और इस्तीफा दिए जाने की मांग करते हुए नारेबाजी की।
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