नयी दिल्ली, 30 दिसंबर, वित्त मंत्री अरुण जेटली ने आज कहा कि सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों और वन रैंक वन पेंशन योजना को लागू करने के लिये देश की अर्थव्यवस्था को एक से डेढ़ प्रतिशत अतिरिक्त वृद्धि की जरूरत है और इसे वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) से हासिल किया जा सकता है। श्री जेटली भारतीय मजदूर संघ (बीएमएस) द्वारा आयोजित अभिनंदन समारोह में बोल रहे थे। दत्तोपंत ठेंगड़ी भवन में श्री जेटली के अलावा बिजली मंत्री पीयूष गोयल और श्रम एवं रोजगार मंत्री बंदारू दत्तात्रेय का भी अभिनंदन किया गया। वित्त मंत्री ने कहा कि भारत 7.5% की वृद्धि दर से आगे बढ़ रहा है जबकि दुनिया में इस समय मंदी चल रही है। उन्होंने कहा कि सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों को लागू करने से करीब एक लाख करोड़ रुपये का अतिरिक्त बोझ पड़ेगा। इसके अलावा पूर्व सैनिकों के लिये लागू की जाने वाली एक रैंक एक पेंशन का बोझ भी पड़ेगा।
इस बोझ को वहन करने के लिए अर्थव्यवस्था में एक से डेढ़ प्रतिशत अतिरिक्त वृद्धि की जरूरत है। उन्होंने कहा कि जीएसटी को 2016 के मध्य तक लागू किया जा सकता है। श्री जेटली ने कहा कि राज्यसभा में कांग्रेस की ताकत धीरे-धीरे कमजोर हो रही है और इसका फायदा सरकार को मिलेगा। सरकार अगले साल के मध्य तक जीएसटी को लागू करने में कामयाब हो सकती है। सरकार 2016 की शुरुआत से ही जीएसटी लागू कराना चाहती थी, लेकिन कांग्रेस के विरोध के कारण यह राज्यसभा में लंबित है। राज्यसभा में भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की संख्या विपक्षी दलों के मुकाबले कम है। सरकार इस विधेयक के बजट सत्र के दूसरे हिस्से में राज्यसभा में पारित होने की उम्मीद कर रही है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें