पर्यावरण के क्षेत्र में काम करने वाली संस्था ग्रीनपीस ने कहा है कि पश्चिमी दिल्ली के मायापुरी इलाके में अत्यधिक विकिरण का खतरा अभी तक बना हुआ है और यह इलाका इंसानों के लिए सुरक्षित नहीं है।
ग्रीनपीस ने जांच के बाद इस संबंध में खुलासा किया है। संस्था की एक टीम द्वारा मायापुरी का दौरा किए जाने के बाद टीम के एक विशेषज्ञ ने शुक्रवार को कहा कि जांच में पता चला है कि इलाके में विकिरण का खतरा काफी अधिक है।
विकिरण मामलों के विशेषज्ञ स्टेन विंसेंट (बेल्जियम) और जेन वेंडे पुट्टे (ब्रिटेन) भी जांच टीम में शामिल थे। टीम ने मायापुरी स्थित दुकानों और उसके आसपास के इलाकों का दौरा किया।
ग्रीनपीस के प्रवक्ता ने आईएएनएस से कहा, ''तीन रेडियधर्मी डिटेक्टर्स के माध्यम से हमने पाया कि क्षेत्र में विकिरण का खतरा अभी तक बना हुआ है।'' सरकार ने मायापुरी के कबाड़ी बाजार को क्लीन चिट दे दी थी। ग्रीनपीस ने जांच के बाद इकट्ठा सूचनाओं को स्थानीय निवासियों और संबंधित अधिकारियों से साझा किया। पिछले महीने मायापुरी में विकिरण से एक व्यक्ति की मौत हुई थी।
मायापुरी में विकिरण संबंधी मामले में केवल 37 लोगों की स्कैनिंग की गई, जो पर्याप्त नहीं है। सभी स्थानीय लोगों का स्कैनिंग होनी चाहिए। विकिरण का अत्याधिक खतरा होने की वजह से मायापुरी इंसानों के लिए सुरक्षित नहीं है।' रेडियोधर्मी विकिरण की चपेट में आए आठ लोगों में से एक की मौत हो चुकी है। यह विकिरण कोबाल्ट 6० की वजह से हुआ था, जिसे दो माह पूर्व नीलामी के जरिए दिल्ली विश्वविद्यालय से खरीदा गया था।
ग्रीनपीस ने जांच के बाद इस संबंध में खुलासा किया है। संस्था की एक टीम द्वारा मायापुरी का दौरा किए जाने के बाद टीम के एक विशेषज्ञ ने शुक्रवार को कहा कि जांच में पता चला है कि इलाके में विकिरण का खतरा काफी अधिक है।
विकिरण मामलों के विशेषज्ञ स्टेन विंसेंट (बेल्जियम) और जेन वेंडे पुट्टे (ब्रिटेन) भी जांच टीम में शामिल थे। टीम ने मायापुरी स्थित दुकानों और उसके आसपास के इलाकों का दौरा किया।
ग्रीनपीस के प्रवक्ता ने आईएएनएस से कहा, ''तीन रेडियधर्मी डिटेक्टर्स के माध्यम से हमने पाया कि क्षेत्र में विकिरण का खतरा अभी तक बना हुआ है।'' सरकार ने मायापुरी के कबाड़ी बाजार को क्लीन चिट दे दी थी। ग्रीनपीस ने जांच के बाद इकट्ठा सूचनाओं को स्थानीय निवासियों और संबंधित अधिकारियों से साझा किया। पिछले महीने मायापुरी में विकिरण से एक व्यक्ति की मौत हुई थी।
मायापुरी में विकिरण संबंधी मामले में केवल 37 लोगों की स्कैनिंग की गई, जो पर्याप्त नहीं है। सभी स्थानीय लोगों का स्कैनिंग होनी चाहिए। विकिरण का अत्याधिक खतरा होने की वजह से मायापुरी इंसानों के लिए सुरक्षित नहीं है।' रेडियोधर्मी विकिरण की चपेट में आए आठ लोगों में से एक की मौत हो चुकी है। यह विकिरण कोबाल्ट 6० की वजह से हुआ था, जिसे दो माह पूर्व नीलामी के जरिए दिल्ली विश्वविद्यालय से खरीदा गया था।
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प्रभावशाली अभिव्यक्ति /
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