डोरसेट (ब्रिटेन) में चल रहे आई एस एस एफ विश्व कप के आयोजकों ने भारतीय निशानेबाजों से माफी मांगी, जिनके साथ उनके परिवहन अधिकारियों ने बदसलूकी की थी।
नेशनल राइफल्स एसोसिएशन आफ इंडिया (एनआरएआई) के सचिव राजीव भाटिया ने कहा कि आयोजकों ने इस घटना के लिए माफी मांगी है। भाटिया ने कहा कि हमारे प्रतिनिधियों और आयोजकों के बीच बैठक हुई, जिसमें उन्होंने माफी मांगी। मैंने अपने टीम मैनेजर टी पद्मनाथन से बात की, जो बैठक का हिस्सा थे। हमने उनसे लिखित में माफी मांगी थी और अब उनके पत्र का इंतजार कर रहे हैं।
पद्मनाथन ने कल लंदन में भारतीय उच्चायोग से लिखित शिकायत की थी कि टूर्नामेंट के आयोजकों के परिवहन स्टाफ ने निशानेबाजों का अपमान किया था। भारतीय उच्चयोग ने तुंरत आयोजकों से संपर्क किया। स्वदेश में खेल मंत्री एमएस गिल ने मंत्रालय के अधिकारियों के साथ एक बैठक की और उन्हें घटना की जानकारी के लिए एनआरएआई तथा भारतीय उच्चायोग के साथ संपर्क में बने रहने के लिए कहा।
इस मामले से कूटनीतिक संबंधों पर भी असर पड़ सकता था क्योंकि विदेश राज्य मंत्री परणीता कौर ने भी इस घटना पर कड़ा रुख अख्तियार करते इसे दुर्भाग्यपूर्ण करार किया। पद्मनाभन की शिकायत के अनुसार यह घटना शुक्रवार को हुई थी, जबकि भारतीय निशानेबाज चैम्पियनशिप के रेंज स्थल से अपने होटल जाने के लिए बस में बैठ रहे थे।
बस ड्राइवर ने कुछ निशानेबाजों के सामने दरवाजा बंद कर दिया और उन्हें रेंज में ही रहने दिया जबकि जो सदस्य बस में बैठे थे उन्होंने इस घटना का विरोध किया तो परिवहन सुपरवाइजर ने उनका अपमान किया। पद्मनाभन ने कहा कि दो दिन पहले दो भारतीय महिला निशानेबाजों को भी बस से उतरने के लिए कहा गया था।
शुरू में आयोजकों ने भारतीय निशानेबाजों को दोषी बताने की कोशिश की और आरोप लगाया कि उन्होंने परिवहन अधिकारियों के साथ गलत व्यवहार किया था। टूर्नामेंट के मैनेजर टाम वेहनहाम ने आरोप लगाया कि भारतीय निशानेबाजों ने एक महिला ड्राइवर को अपशब्द कहे थे।
राष्ट्रमंडल खेलों के स्वर्ण पदक विजेता मानवजीत सिंह संधू भी इस टूर्नामेंट में भाग लेने के लिए भारतीय टीम का हिस्सा थे। उन्होंने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि उन्होंने किसी से भी बदतमीजी से बात नहीं की।
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