'ब्लैक बॉक्स' में तकनीकी आंकड़े मौजूद रहते हैं जिनसे दुर्घटना के समय विमान की तकनीकी स्थिति का जायजा़ लिया जा सकेगा.
विमान की गति को नियंत्रण में रखने वाला ‘थ्रॉटल’ भी मिल गया है. ‘थ्रॉटल’ की स्थिति से पता चलता है कि पायलट ने दुर्घटना से ठीक पहले विमान को एक बार फिर से ‘टेक-ऑफ़’ करवाने यानि उड़ाने की कोशिश की थी.
इस विमान में चालक दल के छह सदस्यों समेत 166 लोग सवार थे. इनमें से 158 लोगों की मौत हो गई है, लेकिन आठ लोग ज़िंदा बच गए हैं. इनमें से तीन की हालत गंभीर बताई जा रही है.
अमरीका स्थित नेशनल ट्रांसपोर्टेशन सेफ़्टी बोर्ड के अधिकारी और बोइंग की टीम विमान हादसे की जाँच में मदद के लिए भारत पहुँच रही है
2 टिप्पणियां:
अच्छा हुआ..कुछ जानकारियाँ मिल जायेंगी ताकि ऐसे हादसों की फिर होने से कम किया जा सके.
वैसे इस देश में जहाँ जाँच का होना समस्याओं को दबा देना है ,इससे कोई फर्क नहीं परता है ,बाकि देखते है हमारे देश की अति उम्दा जाँच अधिकारी क्या क्या गुल खिलातें है ,रिपोर्ट का इतजार है ?
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