दिल्ली से श्रीनगर जा रहे (फ्लाइट नंबर - 224) स्पाइस जेट के एक विमान को दिल्ली एयरपोर्ट पर सुरक्षित उतार लिया गया है। विमान में 195 यात्री सवार थे। विमान का पहिया हवा में टूट जाने के कारण इसे दिल्ली के आसमान में ही उड़ने का आदेश दिया गया था, जिसके बाद एयरपोर्ट पर लैंडिग की पूरी तैयारी करने के बाद विमान को उतारा गया। लगभग 2.30 बजे इंदिरा गांधी हवाई अड्डे पर विमान की इमरजेंसी लैंडिग कराई गई।
स्पाइट जेट के विमान को दिल्ली के एयरपोर्ट करीब 2.30 बजे इमरजैंसी लैंडिग के जरिए उतारा गया। विमान के फ्यूल टैंक को हवा में ही खाली कराके विमान को रनवे पर उतारा गया। विमान के लैंडिग के बाद अब विमान में सवार यात्री और चालक दल पूरी तरह से सुरक्षित हैं।
विमान की इमरजैंसी लैंडिग को देखते हुए दिल्ली एयरपोर्ट पर सुरक्षा के सभी इंतजाम कर दिए गए थे। चिकित्सकीय अमले से लेकर फायरब्रिगेड की कई गाड़ियां मौके पर पहुंच गई थी।
यदि किसी विमान में उड़ान भरने के बाद किसी तरह की तकनीकी खामी आती है तो उसे आपात स्थिती में वापस नजदीकी एयरपोर्ट पर उतारा जाता है।
विमान की इमरजेंसी लैंडिग करवाने से पहले उसके इंधन को कम किया जाता है। विमान में केवल इतना इंधन बचा रहता है जितना जरूरी है। ऐसा करने पर विमान का वजन भी कम हो जाता है और आग लगने का खतरा भी कम हो जाता है। एयरपोर्ट पर पूरी तरह अलर्ट कर, वहां आग से लड़ने के सभी साधन जुटाए जाते हैं। यदि विमान छोटा है तो रनवे पर कुशन की व्यवस्था भी की जा सकती है। फिर विमान की स्पीड को धीमा कर उसे रनवे पर उतारा जाता है।
विमान का टायर खराब हो चुका है इसलिए सबसे पहले उसका इंधन खत्म किया जाएगा। फिर रनवे पर उसे आग से लड़ने के सभी इंतजाम जुटाने के बाद उतारा जाएगा। इस स्थिति में विमान की बैली लैंडिंग होगी यानी विमान को पेट के सहारे जमीन से घसट कर उतारा जाएगा।
किसी विमान में उड़ान भरने के बाद किसी तरह की तकनीकी खामी आती है तो उसे आपात स्थिती में वापस नजदीकी एयरपोर्ट पर उतारा जाता है। पूरे देश में आगरा, दिल्ली और मुंबई में इमरजेंसी लैंडिग कराने की व्यवस्था है।
1 टिप्पणी:
भगवान का लाख लाख शुक्र है!
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