लगातार दो बार असफलता के बाद भारत ने ज़मीन से ज़मीन पर मार करने में सक्षम अग्नि-II मिसाईल का सोमवार को सफल परीक्षण किया है.
यह परीक्षण उड़ीसा के व्हीलर आईलैंड पर किया गया. क़रीब 2000 किलोमीटर तक मार करने में सक्षम अग्नि का प्रक्षेपण सुबह 9.18 पर किया गया. अधिकारियों के अनुसार मिसाईल ने अपने निर्धारित लक्ष्य को भेदने में सफलता प्राप्त की है.
रक्षा अनुसंधान एवं विकास यानी डीआरडीओ के अधिकारियों के अनुसार मिसाईल के पूरे रास्ते का निरीक्षण नौसेना के दो जहाज़ों ने किया जबकि रडार, टेलीमिट्री और अन्य उपकरणों के ज़रिए मिसाईल की ट्रैजेक्ट्री पर नज़र रखी गई.
यह तीसरी बार है जब पिछले एक साल में अग्नि II का परीक्षण किया गया है. इससे पहले दो बार अग्नि अपने लक्ष्य को भेदने में असफल रहा था और लक्ष्य भेदने से पहले ही समुद्र में गिर गया था.
अग्नि II मध्यम और लंबी दूरी की मिसाईल प्रणाली की शृंखला का हिस्सा है और इसे सेना में शामिल किया जा चुका है. यह मिसाईल एंटी बैलेस्टिक रक्षा प्रणाली का महत्वपूर्ण हिस्सा है और यह परमाणु वारहेड ले जाने में भी सक्षम है.
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