भारत की युवा टीम मेजबान जिम्बाब्वे के खिलाफ लगातार दूसरा मैच हारने के साथ त्रिकोणीय एकदिवसीय क्रिकेट श्रृंखला में गहरे संकट में फंस चुकी है और उसे शनिवार को श्रीलंका के खिलाफ अपने आखिरी लीग मैच में हर हाल में बोनस अंक के साथ जीत हासिल करनी होगी तभी उसकी फाइनल में पहुंचने की उम्मीदें बरकरार रह पाएंगी।
भारत ने गुरुवार को टूर्नामेंट में जिम्बाब्वे से सात विकेट की करारी पराजय झेलकर खुद को मुसीबत के भंवर में फंसा लिया है। भारत इस समय अंक तालिका में चार अंकों के साथ तीसरे स्थान पर है। श्रीलंका पांच अंकों के साथ दूसरे और जिम्बाब्वे नौ अंकों के साथ चोटी पर है। नेट रन रेट के मामले में भी जिम्बाब्वे सबसे आगे है जबकि श्रीलंका दूसरे और भारत तीसरे स्थान पर है।
सुरेश रैना की युवा टीम को श्रीलंका के खिलाफ होने वाले मैच में चमत्कारिक प्रदर्शन करने की जरूरत है ताकि वे जीत के साथ-साथ बोनस अंक भी हासिल कर सकें तथा अपने नेट रन रेट को भी ऊपर ले जा सकें। यदि भारत बोनस अंक के साथ जीतता है तो उसके नौ अंक हो जाएंगे और अंतिम लीग मैच में यदि श्रीलंका जिम्बाब्वे को हरा देता है तो उसके भी नौ अंक हो जाएंगे। लेकिन यदि श्रीलंका बोनस अंक हासिल कर लेता है तो वह अन्य दो टीमों से आगे निकल सकता है।
भारतीय युवा टीम की इस समय सबसे कमजोर कड़ी बल्लेबाजी है क्योंकि भारतीय गेंदबाजी पूरी तरह अनुभवहीन है और गेंदबाजों को जरूरत है कि बल्लेबाज अच्छा स्कोर खड़ा करें तभी उनमें कुछ अच्छा प्रदर्शन करने का हौसला आ पाएगा। बल्लेबाजी के साथ-साथ गेंदबाजी में भी भारत के बुरे हाल हैं। तेज गेंदबाज अशोक डिंडा और उमेश यादव के पास अंतरराष्ट्रीय अनुभव की कमी साफ नजर आ रही है। लेग स्पिनर अमित मिश्रा तो विपक्षी बल्लेबाजों पर कोई असर छोड़ने में नाकाम साबित हो रहे हैं। ले देकर जडेजा ही ऐसे स्पिनर दिखाई देते हैं जो भारतीय आक्रमण की कुछ लाज बचा रहे हैं।
श्रीलंका भारतीय टीम के गिरे हुए मनोबल का फायदा उठाने की पूरी कोशिश करेगा और यदि वह यह मैच जीत जाता है तो वह मेजबान टीम के साथ फाइनल में प्रवेश कर जाएगा और भारतीय टीम टूर्नामेंट से बाहर हो जाएगी।
श्रीलंका के तीन स्पिनरों अजंता मेंडिस और जीवन मेंडिस तथा सूरज रणदीव और दोनों तेज गेंदबाजों नुवान कुलशेखरा और दिलहारा फर्नेडो ने काफी अच्छा प्रदर्शन किया है। इस टूर्नामेंट में कप्तानी संभाल रहे तिलकरत्ने दिलशान का फार्म में लौट आना भी श्रीलंका के लिए सुखद संकेत है।
भारतीय खिलाड़ियों को श्रीलंका के खिलाफ दूसरे मुकाबले में उतरते समय जीत का संकल्प दिखाना होगा और साथ ही यह भी कोशिश करनी होगी कि वह बोनस अंक भी हासिल कर ले।
2 टिप्पणियां:
they all are loosers. they can amass the runs only on a flat slow wicket. on fast bouncy wicket, they are helpless. You may take a example of Murli Vijay and yusuf Pathan, Both have performed exceptinally well in the reentaly concluded IPL, both are hitting sixes with a ease and full control. but here they are cought, their weakness were noticed by the opponents and they are useless now. Both should be dropped from the national and asked to remove their weakness.
अब देखिये कि भारत ....जीतता है कि नहीं....?
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