बी सी सी आई के पूर्व अध्यक्ष और केन्द्रीय कृषि मंत्री शरद पवार का आईपीएल में हिस्सेदारी की खबर के बाद राजनीतिक गलियारों में तूफान आ गया है। लेफ्ट सहित बीजेपी ने अब शरद पवार से इस्तीफे की मांग की है। बीजेपी ने कहा कि शरद पवार ने पूरे देश को गुमराह करने की कोशिश की है, इस मामले में प्रधानमंत्री जी को हस्तक्षेप करना चाहिए साथ ही पवार से इस्तीफे की मांग भी करनी चाहिए।
श्री शरद पवार ने आईपीएल में किसी भी हिस्सेदारी की बात से इनकार किया है, उन्होंने कहा कि आईपीएल की नई टीमों की नीलामी में न तो वे और न ही उनके परिवार का कोई सदस्य शामिल था।
एक अंग्रेजी अखबार ने यह कहा था कि आईपीएल के लिए पुणे टीम की नीलामी प्रक्रिया में शरद पवार की कंपनी शामिल थी, इस बोली में पवार और उनकी बेटी सुप्रिया की हिस्सेदारी लगी थी। हालांकि इन बातों को पवार और उनकी बेटी ने इनकार कर दिया है। उन्होंने कहा कि हमारा और हमारे परिवार के किसी भी सदस्य का आईपीएल से कोई लेना-देना नहीं है।
पवार ने अखबार के इस दावे को निराधार बताया जिसमें कहा गया है कि पुणे टीम के लिए बोली लगाने वाली कंपनी सिटी कॉर्पोरेशन में बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष शरद पवार की हिस्सेदारी थी। पवार ने कहा कि सिटी कार्पोरेशन के एमडी ने व्यक्तिगत तौर पर पुणे की टीम के लिए बोली लगाई थी। लेकिन वो टीम पाने में कामयाब नहीं हुए इसलिए मामला यहीं खत्म हो गया।
अखबार के मुताबिक, शरद पवार की कंपनी आईपीएल-4 के लिए बनी नई टीम पुणे की नीलामी में शामिल थी। इस नीलामी में न सिर्फ पवार बल्कि उनकी बेटी सुप्रिया और पत्नी का भी शेयर लगा था। अंग्रेजी अखबार के अनुसार पुणे टीम की नीलामी में लगने वाली बोली में शरद परिवार के परिवार की भी हिस्सेदारी थी।
आईपीएल में पुणे टीम की नीलामी में बोली लगाने वाली एक कंपनी सिटी कॉर्पोरेशन में शरद पवार की हिस्सेदारी थी। जिससे यह साफ होता है कि टीम खरीदने में पवार भी दिलचस्पी ले रहे थे। हालांकि इस कंपनी के हाथ में पुणे की टीम नहीं आ सकी फिर भी अंग्रेजी अखबार ने पवार के झूठ पर से पर्दा उठा दिया है।
आईपीएल में पुणे की टीम के लिए कंस्ट्रक्शन कंपनी सिटी कॉर्पोरेशन ने 1176 करोड़ रुपए की बोली लगाई थी। इस कंपनी के 2 करोड़ 7 लाख शेयर में से 16.22 फीसदी शेयर शरद पवार के पास है और सिटी कॉर्पोरेशन में लेप फाइनेंस एंड कंसल्टेंट प्राइवेट लिमिटेड और नम्रता फिल्म एंटरप्राइजेज लिमि. का शेयर है। इन दोनों कंपनियों के मालिक शरद पवार, उनकी पत्नी प्रतिभा और बेटी सुप्रिया सुले हैं।
बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष शरद पवार ने उनपर लगे आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा कि पुणे टीम खरीदने में लगने वाली बोली से उनका और उनकी बेटी का कोई लेना देना है। पवार ने मजेदार लहजे में कहा कि चलो आज कम से कम इसी बहाने इतने बड़े अखबार की हेडलान बन पाए। उन्होंने कहा कि सिटी कॉर्पोरेशन के एमडी अनिरुद्ध कुमार देशपांडे ने निजी तौर पर इस नीलामी प्रक्रिया में शामिल हुए थे। मेरा और मेरे परिवार के किसी भी सदस्य का कोई रोल नहीं है साथ ही मेरा सिटी कॉर्प से भी कोई लेना देना नहीं है।
कंपनी के एमडी देशपांडे ने कहा कि उन्हें शरद पवार के शेयर होने की कोई जानकारी तक नहीं है लेकिन कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय के डाटाबेस में साफ साफ दर्ज है कि पवार परिवार के पास सिटी कॉर्पोरेशन के 16.22 फीसदी शेयर है। सिटी कॉर्पोरेशन के शेयर 10 लोगों के नाम से लिए गए हैं जिसमें कंपनी के एमडी देशपांडे उनकी पत्नी सोना व शरद पवार की कंपनी लेप फाइनेंस और नम्रता फिल्म एंटरप्राइजिज लिमिटेड के नाम शामिल हैं। हांलाकि 25 अप्रैल को देशपांडे ने कहा था उनके प्रोजेक्ट में शरद पवार ने मदद की थी, जिससे यह साफ हो जाता है कि कहीं न कहीं पवार और देशपांड़े में संबंध है।
सिटी कॉर्पोरेशन ने पुणे की टीम खरीदने में शामिल थी लेकिन नीलामी में सहारा समूह ने सबसे ज्यादा 1702 करोड़ की बोली लगाई थी। जो बोली लगाने वालों से सबसे ज्यादा था, इस वजह से सिटी कॉर्पोरेशन को पुणे की टीम नहीं मिल सकी थी।
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