सचिन बने क्रिकेटर ऑफ द ईयर !! - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।


गुरुवार, 7 अक्टूबर 2010

सचिन बने क्रिकेटर ऑफ द ईयर !!

यूं तो मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंडुलकर ने नाम कई कीर्तिमान हैं और वे अपनी उपलब्धियों के लिए कई अवार्ड भी जीत चुके हैं। लेकिन अब तक क्रिकेट के ऑस्कर कहे जाने वाले अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद पुरस्कार उन्होंने नहीं जीता था। आखिरकार ये आईसीसी अवार्ड ये सूखा भी खत्म हो गया है। वे पहली बार क्रिकेटर आफ द ईयर बन गए और आईसीसी पुरस्कार भी उनके अवार्डों के खजाने में शामिल हो गया।


इसके साथ सचिन ने पिपल्स च्वाइस अवार्ड भी जीता। हालांकि वे अन्य दो मुख्य कटैगरियों में कुछ खास कमाल नहीं कर सके। टेस्ट प्लेयर ऑफ द ईयर श्रेणी में उन्हें हमवतन सहवाग ने पछाड़ा तो वनडे क्रिकेटर ऑफ द ईयर श्रेणी में दक्षिण अफ्रीकी खिलाड़ी ए बी डीविलियर्स बाजी मार गए।


बल्लेबाजी के बेताज बादशाह सचिन के करियर में यह पहला मौका है जब उन्हें आईसीसी पुरस्कारों में क्रिकेटर ऑफ द ईयर का पुरस्कार मिला है। सचिन पहले भी इस पुरस्कार के लिए नामांकित हुए थे लेकिन यह पुरस्कार उन्हें नहीं मिल पाया था। क्रिकेटर ऑफ द ईयर की श्रेणी में सचिन को सहवाग, हाशिम आमला और ग्रीम स्वान से कड़ी टक्कर मिली। लेकिन क्रिकेट के दोनों ही मुख्य फॉर्मेंटों में उनका शानदार प्रदर्शन सब पर भारी पड़ा। इससे पहले राहुल द्रविड़, एंड्रयू फ्लिंटॉफ, जैकस कालिस, रिकी पोंटिंग, शवनारायण चंद्रपाल और मिशेल जॉनसन क्रिकेटर ऑफ द ईयर अवार्ड जीत चुके हैं।


इस अवार्ड के लिए 24 अगस्त 2009 से 10 अगस्त 2010 तक के प्रदर्शन को आधार बनाया गया। इस दौरान सचिन तेंडुलकर ने 10 टेस्ट मैच खेलकर 81.84 की औसत से 1064 रन बनाए। वहीं उन्होंने 17 वनडे मैचों में 65.28 की औसत से 914 रन ठोके। उल्लेखनीय है कि इस दौरान सचिन ने ग्वालियर के मैदान पर वनडे का इकलौता दोहरा शतक भी ठोका था। सचिन आईसीसी की बल्लेबाजों की टेस्ट रैकिंग में तीसरे और वन डे में 10वें स्थान पर हैं।

कोई टिप्पणी नहीं: