बिहार में विधानसभा चुनाव के छठे और अंतिम चरण में 26 सीटों पर वोट डाले जा रहे हैं. 60 लाख मतदाता 243 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला कर रहे हैं. माओवादियों की चुनाव बहिष्कार की अपीलों के बीच एक छोटा बम के फटने की खबर है.
छठे दौर में जिन अहम उम्मीदवारों की किस्मत दांव पर है उनमें जेडीयू नेता उदय नारायण (इमामगंज), बीजेपी के मंत्री अवधेश नारायण सिंह (देहरी), जेडीयू के मंत्री छेदी पासवान (मोहनिया) और अनिल कुमार (टेकरी) शामिल हैं.
माओवाद प्रभावित इलाकों में वोट डालने का समय सुबह सात बजे से दोपहर तीन बजे तक रखा गया है, जबकि बाकी इलाकों में लोग सुबह सात बजे से शाम पांच बजे तक अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकते हैं. डीजीपी नीलमणि के मुताबिक चुनाव के छठे दौर के लिए सुरक्षा बलों के 35 हजार जवानों और चार हेलीकॉप्टरों को लगाया गया है.
एमआई-17 और ध्रुव समेत बीएसएफ के चार हेलीकॉप्टर गया, औरंगाबाद, रोहतास, बक्सर और कैमूर जिलों में हवाई निगरानी कर रहे हैं. इन पांचों जिलों में 26 में से 18 सीटों को माओवादी हिंसा से प्रभावित घोषित किया गया है. नीलमणि ने बताया कि चूकिं ऐसे इलाकों में मतदान हो रहा है जहां माओवादी हिंसा का रिकॉर्ड रहा है, इसलिए पुलिस अतिरिक्त सतर्कता बरत रही है.
छठे दौर में सत्ताधारी गठबंधन की पार्टी जेडीयू 16 सीटों पर और बीजेपी 10 सीटों पर चुनाव लड़ रही हैं, वहीं विपक्षी गठबंधन में आरजेडी 22 सीटों पर और एलजेपी चार सीटों पर मैदान में है. कांग्रेस और बीएसपी ने सभी 26 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं जबकि एनसीपी 17 सीटों पर किस्मत आमजा रही है. सीपीआई सात और सीपीएम भी दो सीटों पर चुनाव लड़ रही हैं. वोटों की गिनती 24 नवंबर को होगी.
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