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सोमवार, 8 नवंबर 2010

सुरक्षा परिषद सदस्यता के लिए अनुमोदन.

भारत की यात्रा पर आए अमरीकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने भारतीय संसद को संबोधित करते हुए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की स्थाई सदस्यता का अनुमोदन किया. 
उन्होंने कहा, "अमरीका चाहता है कि संयुक्त राष्ट्र में सुधार होने चाहिए और भारत को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का स्थायी सदस्य होना चाहिए".
ओबामा ने पाकिस्तान को स्पष्ट संदेश दिया कि मुंबई के हमलावरों को सज़ा मिलनी चाहिए और पाकिस्तान को अपने यहाँ आतंकवादियों का सफ़ाया करना होगा.
पिछले तीन दिन से ओबामा भारत में हैं. उन्होंने अपनी यात्रा के दौरान आतंकवाद, व्यापार, भारत की विश्व स्तर पर भूमिका के बारे में विचार व्यक्त किए हैं जिनपर मिश्रित प्रतिक्रिया आई है.
इससे पहले शनिवार को मुंबई के हवाई अड्डे से वे सीधा ताज होटल गए और उन्होंने 26 नवंबर को मुंबई पर हुए हमलों में मारे गए लोगों के प्रति अपनी श्रद्धांजलि व्यक्त की थी.
उन्होंने ये भी कहा कि आतंकवाद के ख़िलाफ़ जंग में भारत और अमरीका साथ-साथ है और आज़ादी की मशाल को बुझने नहीं दिया जाएगा.
उन्होंने ज़ोर देकर कहा था कि उनके दिमाग पर इस हमले की तस्वीरें छाई हुई हैं. उन्होंने मुंबई निवासियों के साहस की सराहना की थी. इसके बाद अनेक उद्योगपतियों, युवाओं, स्कूली बच्चों के साथ अमरीकी राष्ट्रपति ओबामा ने मुलाकात की और इनमें से कई मौक़ो पर उनकी पत्नी मिशेल ओबामा भी मौजूद थीं. युवाओं के साथ बातचीत में मुंबई में ही उन्होंने रविवार को कहा था कि पाकिस्तान ने घेरलू आतंकवाद से लड़ने में उतनी तेज़ी नहीं दिखाई है जितनी अमरीका को उम्मीद थी. लेकिन राष्ट्रपति बराक ओबामा ने ये भी कहा कि पाकिस्तान में स्थिरता भारत के ही हित में है क्योंकि भारत आर्थिक सफलता की ऊँचाइयाँ छू रहा है.
राष्ट्रपति ओबामा ने ये भी कहा कि भारत केवल एक उभरती हुई ताकत नहीं है बल्कि ऐसी ताकत है जो उभर चुकी है. इससे पहले भारतीय प्रधानमंत्री ने अमरीकी राष्ट्रपति की मौजूदगी में कहा था, "मेरा आग्रह है कि आप एक साथ बातचीत और आतंकवाद की मशीन को सक्रिय नहीं रख सकते. एक बार पाकिस्तान आतंकवाद से प्रेरित धमकियों से दूर हो जाए तो भारत ख़ुशी से सार्थक बातचीत करने के लिए तैयार है."
एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में अमरीकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की मौजूदगी में भारतीय प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा, "मेरा आग्रह है कि आप एक साथ बातचीत और आतंकवाद की मशीन को सक्रिय नहीं रख सकते. एक बार पाकिस्तान आतंकवाद से प्रेरित धमकियों से दूर हो जाए तो भारत ख़ुशी से सार्थक बातचीत करने के लिए तैयार है."
पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद क़ुरैशी ने भारतीय टीवी चैनल सीएनएन-आईबीएन के साथ बातचीत में कहा, "समय की मांग है कि दोनों देशों के बीच समग्र वार्ता हो. प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और विदेश मंत्री एसएम कृष्णा की मंशा अच्छी है. पाकिस्तान हमेशा भारत-पाक रिश्तों को सामान्य करने का हामी रहा है. जैसे कि राष्ट्रपति ओबामा ने कहा भारत की आर्थिक प्रगति के लिए सामान्य स्थिति ज़रूरी है...."

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