दूर संचार मंत्री राजा पर कई आरोप ! - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

मंगलवार, 16 नवंबर 2010

demo-image

दूर संचार मंत्री राजा पर कई आरोप !

spectrum-crunch-restricts-3g-services-9261

वित्त राज्य मंत्री एसएस पालानिमाणिक्कम ने मंगलवार को 2जी स्पेक्ट्रम आवंटन मामले पर नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक की रिपोर्ट लोकसभा में पेश की। रिपोर्ट में कहा गया है कि 2008 में जारी 122 में से 85 टूजी लाइसेंस ऐसी कंपनियों को दिए गए जो प्राथमिक कसौटी पर खरी नहीं थीं। 

रिपोर्ट में दूरसंचार मंत्री ए राजा पर आरोप लगाया गया है कि उन्होंने 2001 में निकाले गए प्रवेश शुल्क पर बिना विचार किए 2008 में कुछ नए ऑपरेटरों को स्पेक्ट्रम का आबंटन किया और प्रधानमंत्री की सलाह की भी अनदेखी की।

कैग का अनुमान है कि थ्रीजी स्पेक्ट्रम की नीलामी को देखते हुए 2008 में स्पेक्ट्रम आबंटन से सरकार को 1,76,645 करोड़ रुपए का राजस्व नुकसान हुआ। कैग रपट के अनुसार ऐसा लगता है कि दूरसंचार मंत्रालय ने किसी एक दूरसंचार सर्किल में लाइसेंस धारकों की अधिकतम संख्या पर कोई सीमा न लगाने की दूरसंचार नियामक (ट्राई) की सिफारिशों को भी दरकिनार किया।

कोई टिप्पणी नहीं:

undefined

संपर्क फ़ॉर्म

नाम

ईमेल *

संदेश *