अमेरिका ने व्यापक इलाके में ड्रोन हमले के लिए पाकिस्तान पर फिर से दबाव बनाना शुरू कर दिया है। अफगानिस्तान में जारी युद्ध के दौरान पाकिस्तान से लगती सीमा पर आतंकवादियों के ठिकाने ध्वस्त करने के लिए अमेरिका ने कई बार ड्रोन विमानों से हमला किया है। अमेरिका का कहना है कि इन इलाकों में आतंकवादियों की मौजूदगी से अफगान युद्ध में दिक्कतें आ रही हैं।
अधिकारियों के मुताबिक अमेरिका पाकिस्तान के क्वेटा शहर से सटे इलाकों में ड्रोन हमले की तैयारी में है, जहां अफगान तालिबान के शीर्ष आतंकवादी अड्डा जमाए हुए हैं। अमेरिका अफगान सीमा से सटे पाकिस्तान के कबायली इलाकों में ड्रोन हमलों का दायरा बढ़ाना चाहता है जहां इस साल अब तक 101 ड्रोन हमले हुए हैं। शुक्रवार को ही पाकिस्तान के कबायली इलाके उत्तरी वजीरिस्तान में अमेरिकी ड्रोन विमानों ने एक वाहन को निशाना बनाकर हमला किया जिसमें कम-से-कम तीन संदिग्ध आतंकवादी मारे गए।
अमेरिका का मानना है कि अल कायदा का सरगना ओसामा बिन लादेन अफगान से सटे पाकिस्तानी कबायली इलाके में ही डेरा डाले हुए है और यह इलाका दुनिया में सबसे खतरनाक जगह है। शुक्रवार की इस घटना से तीन दिन पहले ही मिरानशाह के उत्तर में स्थित आतंकवादियों के ट्रेनिंग कैम्प पर हुए ड्रोन हमले में कम से कम 15 आतंकवादी मारे गए। गत 3 सितम्बर से अब तक पाकिस्तान में 47 ड्रोन हमले हुए जिसमें 220 से अधिक लोगों की मौत हो गई है। हालांकि इसके विपरीत ड्रोन हमले के अभियान के शुरुआती चार वर्षों को मिलाकर महज 10 हमले हुए थे।
हालांकि पाकिस्तान ने ड्रोन हमले का दायरा बढ़ाने की इजाजत के लिए अमेरिका के अनुरोध को ठुकरा दिया है। पाकिस्तानी अधिकारियों का कहना है कि अमेरिका को आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए अत्याधुनिक तरीके अपनाने चाहिए। पाकिस्तान का कहना है कि वह क्वेटा समेत कबायली इलाकों में अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए के और अधिक अधिकारियों की मौजूदगी की इजाजत दे सकता है।
पाकिस्तान की इस ना-नुकुर के चलते दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ने की आशंका है। अमेरिका का आरोप है कि पाकिस्तान के कबायली इलाके आतंकवादियों की शहणगाह बने हुए हैं वहीं पाकिस्तान का मानना है कि इन इलाकों में ड्रोन हमले की चपेट में कई बार स्थानीय लोग भी आ जाते हैं।
पाकिस्तान के कबायली इलाके में अमेरिकी ड्रोन विमानों के हमले में इस साल तेजी आई है। आतंकवादियों के खिलाफ 2004 में शुरू इस अभियान में शुरुआती दो वर्षों में कुल दो हमले हुए। 2006 में तीन हमलों में 20 नागरिकों और 122 आतंकवादियों की मौत हो गई। अगले साल इन हमलों का दायरा और बढ़ा। इस दौरान हुए 5 हमलों में 73 आतंकवादी मारे गए। साल 2008 में इन हमलों में तेजी आई। इस दौरान हुए 35 हमलों में 31 लोगों और 286 आतंकियों की मौत हो गई। पिछले साल कुल 53 ड्रोन हमले हुए जिसमें 43 लोग और 463 आतंकवादी मारे गए। कबायली इलाकों में इस साल अब तक 101 हमले हुए हैं जिसकी भेंट 685 आतंकवादियों के साथ 14 स्थानीय लोग भी चढ़े हैं।
शनिवार, 20 नवंबर 2010
पाकिस्तान पर ड्रोन हमले के लिए दवाब.
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