बिहार विधानसभा के लिये छठे और अंतिम चरण के लिए कल 26 विधानसभा सीटों पर होने वाले मतदान पर नक्सलियों के बहिष्कार का साया मंडरा रहा है, जिससे शांतिपूर्ण ढंग से चुनाव संपन्न कराना निर्वाचन आयोग के लिए एक बड़ी चुनौती होगी. स्वतंत्र, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण चुनाव संपन्न कराने के लिए उत्तर प्रदेश और झारखंड के साथ लगने वाली अंतरराज्यीय सीमाएं सील कर दी गयी हैं. इन क्षेत्रों में हवाई तथा जमीनी गश्त की जा रही है.
बिहार विधानसभा के लिये कल छठे और अंतिम चरण में रोहतास, औरंगाबाद, बक्सर, कैमूर और गया जिले की 26 सीटों पर मतदान होगा. इनमें से 18 सीटों को नक्सल प्रभावित घोषित किया गया है. आधिकारिक सूत्रों ने बताया, पांच जिलों में स्वतंत्र, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण चुनाव सुनिश्चित करने के लिए हमने केंद्रीय अर्धसैनिक बल की 350 कंपनियां तैनात की हैं. राज्य के पुलिस महानिदेशक नीलमणि ने बताया कि मतदान कार्य सुचारू रूप से संपन्न कराने के लिए सुरक्षा के व्यापक और अभूतपूर्व इंतजाम किये गये हैं.
उन्होंने कहा, हमने हर संभव उपाय किये हैं, जो हम कर सकते थे. सभी 6,761 मतदान केंद्रों पर केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की तैनाती की गयी है. नीलमणि ने बताया कि नक्सल प्रभावित गया के सभी पांच और औरंगाबाद के छह विधानसभा क्षेत्रों में केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की पूरी तरह से तैनाती होगी. गया के विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों में चुनाव प्रचार के दौरान ही नक्सलियों की धमक सुनाई पड़ चुकी है. नक्सलियों ने कुछ प्रत्याशियों के वाहनों में आग लगा दिया और प्रखंड कार्यालय सहित कुछ स्थानों पर विस्फ़ोट किये. नीलमणि ने बताया कि 90 से 95 फ़ीसदी मतदान केंद्रों पर केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की तैनाती की जाएगी. गया, औरंगाबाद, रोहतास और कैमूर जिले में एमआई-17 और ध्रुव हेलीकॉप्टर से विशेष कार्यबल के कमांडो हवाई निगरानी के लिए तैनात रहेंगे. सीमा सुरक्षा बल के हेलीकाप्टर भी इस निगरानी में मदद करेंगे.
उन्होंने बताया कि सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ़) के खोजी कुत्तों और सीआरपीएफ़ के बम खोजी तथा निष्क्रिय दस्ते को भी इस कार्य में लगाया जाएगा. पुलिस महानिदेशक ने बताया कि बिहार झारखंड सीमा को चुनाव के लिए सील कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि प्रशासन को माओवादियों द्वारा किये गये चुनाव बहिष्कार के बारे में जानकारी है. बीते पांच चरणों में मिली विफ़लता से नक्सली बौखलाए हुए हैं, वहीं छठे चरण में शांतिपूर्वक मतदान संपन्न कराने के लिए हम भी कमर कस चुके हैं.
नीलमणि ने कहा, जिन क्षेत्रों में मतदान होने जा रहे हैं, वहां नक्सली हिंसा का अतीत रहा है इसलिए पुलिस बल अतिरिक्त सतर्कता बरतेंगे. नक्सल प्रभावित 18 विधानसभा क्षेत्रों में सुबह सात बजे से अपराह्न तीन बजे तक ही मतदान होगा, जबकि शेष आठ सीटों पर सामान्य रूप से सुबह सात बजे शाम पांच तक वोटिंग होगी.
छठे चरण में 60 लाख से अधिक मतदाता 426 प्रत्याशियों की चुनावी किस्मत का फ़ैसला करेंगे. छठे चरण के मतदान में बिहार विधानसभा के निवर्तमान अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी इमामगंज, भाजपा के मंत्री अवधेश नारायण सिंह डेहरी, जदयू के मंत्री छेदी पासवान मोहनिया और अनिल कुमार टेकारी के चुनावी भाग्य का फ़ैसला होगा. इस चरण में जदयू के16 और भाजपा के 10 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं. राजद ने 22 प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतारे हैं, जबकि इसकी सहयोगी पार्टी लोजपा शेष चार सीटों पर चुनाव लड़ रही है. कांग्रेस और बसपा 26-26 सीटों पर चुनाव लड़ रही है, वहीं राकांपा ने 17 और भाकपा ने सात सीटों पर अपने प्रत्याशियों को उतारा है. माकपा दो सीटों पर चुनाव लड़ रही है.
शुक्रवार, 19 नवंबर 2010
बिहार में अंतिम चरण का मतदान कल .
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