सरकार के हस्तक्षेप के बाद आखिरकार निजी विमानन कंपनियों ने हवाई यात्रा का किराया घटाने का फैसला कर लिया है। इससे विमान यात्रियों को काफी राहत मिली है। ट्रैवल एजेंट एसोसिएशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष रज्जी राय के हवाले से रविवार को बताया गया है कि पिछले 24 घंटों में हवाई किराए में भारी कमी देखी गई है। दिल्ली-मुंबई के हवाई किराए 5900 रूपए में उपलब्ध हैं। जबकि इससे पहले इस रूट के लिए सबसे कम महंगा टिकट 17 हजार रूपए था।
उल्लेखनीय है कि केन्द्रीय नागर विमानन मंत्री प्रफुल्ल पटेल ने निजी विमानन कंपनियों द्वारा मनमर्जी से बढ़ाए गए हवाई किरायों को सप्ताह भर के अदंर काबू में लाने का आश्वासन दिया था। एयरलाइन कंपनियों को बढे किराए कम करने का आदेश जारी कर कहा गया था कि यदि उन्होंने इस पर अमल नहीं किया तो महानिदेशक नागर विमानन (डीजीसीए) को ऎसी कंपनियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का अधिकार दे दिया गया है।
इस संबध में डीजीसीए के साथ निजी विमानन कंपनियों स्पाइस जेट, गो एयर और इंडिगो के अधिकारियों के साथ हुई बैठक के बाद कंपनियों ने किराया घटाने का निर्णय किया। एयर इंडिया, जेट एयरवेज और किंगफिशर कंपनी के अधिकारी सोमवार को डीजीसीए के साथ बैठक करेंगे।
रविवार, 5 दिसंबर 2010
हवाई किराये में 25 फीसदी की कटौती.
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