भारतीय कप्तान गौतम गंभीर ने टॉस जीतकर अपने गेंदबाजों पर भरोसा यह कहते हुए जताया था कि वे हालात का फायदा उठाने की काबलियत रखते हैं. उन्होंने सबसे ज्यादा भरोसा जहीर खान पर दिखाया. गंभीर सही साबित हुए.
वड़ोदरा में खेल जा रहे तीसरे वनडे मैच में 15 ओवर और दो गेंदों के बाद न्यूजीलैंड चार विकेट खोकर बुरी हालत में था. और स्कोर बोर्ड रेंग रेंग कर 49 तक ही पहुंचा पाया था. यह कमाल किया जहीर खान जिन्होंने मैच की दूसरी ही गेंद से विकेट लेने का ऐसा सिलसिला शुरू किया कि कीवी बल्लेबाज बस आते रहे जाते रहे.
जहीर ने सबसे पहले ब्रैंडन मैकुलम को आउट किया. पहली ही गेंद पर एक रन लेकर गुप्तिल ने मैकुलम को आगे कर दिया. मैकुलम जहीर की बाहर जाती गेंद को छेड़ बैठे और गेंद सीधी विजय के हाथों में गई.
दूसरा विकेट 18 के कुल स्कोर पर गिरा. इसका श्रेय गौतम गंभीर के खाते में जाना चाहिए जिन्होंने बहुत ही खूबसूरती से गुप्तिल को रन आउट कर दिया. गुप्तिल ने एक चौका और एक छक्का लगाकर मैकुलम के रूप में लगे झटके से उबरने की कोशिश की थी लेकिन गंभीर ने उन्हें ही न्यूजीलैंड के लिए अगला झटका बना दिया. गुप्तिल ने 15 गेंदों पर 12 रन बनाए. फिर जहीर ने टाइलर के निपटाया. टाइलर ने 4 ही रन बनाए थे कि 11वें ओवर में जहीर ने उनकी छुट्टी कर दी. तब तक न्यूजीलैंड का स्कोर 34 पर ही था.
15 ओवर में 3 विकेट पर 48 रन बनाने के बाद न्यूजीलैंड की हालत वैसे ही पतली हो चुकी थी और रही सही कसर मुनाफ पटेल विलियम्सन को चलता करके पूरी कर दी. एलबीडब्ल्यू आउट हुए विलियम्सन ने 50 गेंदों पर 21 रन बनाए. न्यूजीलैंड की पहली फिफ्टी 16 ओवरों में पूरी हुई.
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