पाकिस्तान ने 50 भारतीयों का वीजा रोका - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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गुरुवार, 2 दिसंबर 2010

पाकिस्तान ने 50 भारतीयों का वीजा रोका

पाकिस्तान के पूर्व राष्‍ट्रपति परवेज मुशर्रफ को भारत यात्रा का वीजा रोके जाने की खबर के अगले ही दिन पाकिस्‍तान की ओर से भी ऐसा ही कदम उठाए जाने की खबर आई है। पाकिस्‍तान ने फलस्तीन समर्थक एक भारतीय संस्था के 50 कार्यकर्ताओं को वीजा देने से इंकार कर दिया है। ये कार्यकर्ता सड़क मार्ग से पाकिस्तान होकर गाजा पट्टी तक मार्च करने वाले थे। इनका कार्यक्रम आज से ही शुरू होना था, लेकिन पाकिस्‍तान ने इन्हें सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए वीजा देने से मना कर दिया। इस कार्यक्रम के एक आयोजक असीम रॉय ने गुरुवार को बताया कि वे लाहौर, कराची और बलूचिस्तान होकर गाजा जाने वाले थे लेकिन पाकिस्तानी सरकार ने उन्हें वीजा नहीं दिया।

बुधवार को खबर आई थी कि  भारत सरकार ने मुशर्रफ को वीजा देने से मना कर दिया। सरकार पाकिस्‍तान के पूर्व तानाशाह राष्‍ट्रपति को वीजा देना चाहती थी, लेकिन जब इस बात का खुलासा हुआ कि मुशर्रफ के 'कई समर्थकों' ने भी उसी अवधि में भारत आने के लिए वीजा मांगा है, तब सरकार ने वीजा रोकने का फैसला किया। सरकार को शक हुआ कि मुशर्रफ और उनके समर्थक यहां पाकिस्‍तानी राष्‍ट्रपति आसिफ अली जरदारी के खिलाफ बयानबाजी कर सकते हैं और भारत सरकार अपनी जमीन को पाकिस्तान की राजनीति के लिए इस्तेमाल नहीं होने देना चाहती। पाकिस्‍तान सरकार का भारतीय कार्यकर्ताओं को वीजा नहीं देने का फैसला इसके जवाब के रूप में देखा जा रहा है।

मुशर्रफ लंदन में रहते हैं लेकिन अब वे पाकिस्तान की राजनीति में फिर लौटने का प्रयास कर रहे हैं। उन्हें यंग प्रेसिडेंट्स ऑर्गनाइजेशन की भारतीय शाखा ने आमंत्रित किया था। यंग प्रेसिडेंट्स ऑर्गनाइजेशन युवा उद्योगपतियों का समूह है। उन्हें संस्था के शनिवार को दिल्ली में होने जा रहे सेमिनार में बतौर मुख्य अतिथि आमंत्रित किया गया था। मुशर्रफ ने पिछले महीने वीजा के लिए आवेदन दिया था। उन्होंने दिल्ली, मुंबई, चेन्नई और कोलकाता भी जाने की इजाजत चाही थी। 

गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मुशर्रफ को वीजा देने में विदेश मंत्रालय ने आपत्ति व्यक्त की। वीजा न दिए जाने के कारणों में उनके कई सहयोगियों द्वारा उसी अवधि के लिए इस्लामाबाद के भारतीय दूतावास में वीजा का आवेदन देना तो है ही, साथ ही सरकार ने उनके बयानों को भी गंभीरता से लिया है। मुशर्रफ ने हाल ही में माना था कि पाकिस्तान ने कश्मीर में लड़ रहे आतंकवादियों को प्रशिक्षण दिया था। एक इंटरव्यू में उन्होंने आरोप लगाया कि पाकिस्तान के बलूचिस्तान में भारतीय गुप्तचर विद्रोहियों की मदद कर रहे हैं।

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