जो वास्तव में ईश्वर और मानवता की सेवा करता है; जो
उसकी इच्छा के आगे सर झुका देता है और प्रत्येक बात को
ईश्वरीय कृपा मानकर स्वीकार करता है; जिसका ह्रदय दया
से भरा हुआ है ऐसा व्यक्ति ही ईश्वर के आशीर्वाद का अधिकारी
होता है| उसे सांसारिक राज्य और वस्तुओ की कोई चाह नहीं
वह तो जीव मात्र के ह्रदय पर शासन करता है|
(स्वामी शिवानन्द )
1 टिप्पणी:
bilkul sahi baat hai jeevan unka hee safal hai , jo auro ke liye jeevan jeete hai ashok khatri
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