राजा ने प्रधानमंत्री का अपमान किया :- कोर्ट - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

गुरुवार, 2 दिसंबर 2010

राजा ने प्रधानमंत्री का अपमान किया :- कोर्ट

सुप्रीम कोर्ट ने भारत के पूर्व दूरसंचार मंत्री ए राजा को जबरदस्त फटकार लगाते हुए कहा कि उन्होंने न सिर्फ प्रधानमंत्री की बात नहीं मानी, बल्कि उनकी सलाह को भी नजरअंदाज कर दिया.


2जी स्पेक्ट्रम घोटाले की जांच में लगातार दूसरे दिन राजा को कोर्ट की लताड़ पड़ी. सुप्रीम कोर्ट ने उस विवादित चिट्ठी का भी जिक्र किया, जो मंत्री रहते हुए राजा ने प्रधानमंत्री को लिखी थी. अदालत का कहना है कि यह देश के सर्वोच्च अधिकारी का अपमान है.

जस्टिस जीएस सिंघवी और जस्टिस एके गांगुली की खंडपीठ ने कहा कि राजा ने प्रधानमंत्री की बात पर कोई ध्यान नहीं दिया. मनमोहन सिंह ने राजा से कहा था कि वह 2जी स्पेक्ट्रम के आवंटन से पहले कुछ दिनों तक इंतजार करें.

एक जनहित याचिका पर इस मामले की सुनवाई कर रही सुप्रीम कोर्ट ने राजा पर सवाल उठाते हुए कहा कि उन्होंने तो कानून मंत्री की सलाह को भी दरकिनार कर दिया. मंत्रालय का कहना था कि इस मामले में राजा को एडवोकेट जनरल की राय लेनी चाहिए.

कोई टिप्पणी नहीं: