सुप्रीम कोर्ट ने भारत के पूर्व दूरसंचार मंत्री ए राजा को जबरदस्त फटकार लगाते हुए कहा कि उन्होंने न सिर्फ प्रधानमंत्री की बात नहीं मानी, बल्कि उनकी सलाह को भी नजरअंदाज कर दिया.
2जी स्पेक्ट्रम घोटाले की जांच में लगातार दूसरे दिन राजा को कोर्ट की लताड़ पड़ी. सुप्रीम कोर्ट ने उस विवादित चिट्ठी का भी जिक्र किया, जो मंत्री रहते हुए राजा ने प्रधानमंत्री को लिखी थी. अदालत का कहना है कि यह देश के सर्वोच्च अधिकारी का अपमान है.
जस्टिस जीएस सिंघवी और जस्टिस एके गांगुली की खंडपीठ ने कहा कि राजा ने प्रधानमंत्री की बात पर कोई ध्यान नहीं दिया. मनमोहन सिंह ने राजा से कहा था कि वह 2जी स्पेक्ट्रम के आवंटन से पहले कुछ दिनों तक इंतजार करें.
एक जनहित याचिका पर इस मामले की सुनवाई कर रही सुप्रीम कोर्ट ने राजा पर सवाल उठाते हुए कहा कि उन्होंने तो कानून मंत्री की सलाह को भी दरकिनार कर दिया. मंत्रालय का कहना था कि इस मामले में राजा को एडवोकेट जनरल की राय लेनी चाहिए.
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