दरअसल 2006 में जूलियन असांजे नामक शख्स ने विकीलीक्स वेबसाइट की स्थापना की। असांजे विकीलीक्स. कॉम के एडिटर इन चीफ और प्रवक्ता हैं। असांजे का मानना है कि उनकी पांच लोगों की टीम ने इतने अहम और गुप्त दस्तावेज जारी किए हैं, जितनी पूरी दुनिया की मीडिया में नहीं किए गए हैं।
1971 में जन्मे जूलियन असांजे 1980 के दशक के आखिर में हैकिंग करने वाले ग्रुप 'इंटरनैशनल सबवर्सिव्स' के सदस्य थे। इस ग्रुप को मेंडेक्स के नाम से भी जाना जाता था। इस दौरान 1991 में मेलबर्न में मौजूद असांजे के घर पर ऑस्ट्रेलियाई पुलिस ने छापेमारी भी की थी। १९९४ में असांजे ने कंप्यूटर प्रोग्रामर की हैसियत से काम करना शुरू किया। 1999 में असांजे ने लीक्स. ओआरजी नाम से एक डोमेन रजिस्टर्ड कराया था। लेकिन असांजे का कहना है तब उन्होंने इस डोमेन पर कोई काम नहीं किया था।
असांजे अमेरिका के लिए लंबे से समय से 'सिरदर्द' बने हुए हैं। उन्होंने इराक युद्ध से जुड़े लगभग चार लाख दस्तावेज अपनी वेबसाइट पर जारी किए थे जिसमें अमेरिका, इंग्लैंड एवं नाटो की सेनाओं के गंभीर युद्ध अपराध करने के सबूत मौजूद होने का दावा किया गया था। अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओवामा तक ने उन्हें इसके खिलाफ चेतावनी दी। इसके बाद गिरफ्तारी के डर से उन्हें छिप-छिप कर जीवन बिताना पडा। एक इंटरव्यू में असांजे ने कहा कि वह झूठे नामों से होटलों में रह रहे हैं, अपने बालों को दूसरे रंगों में रंग रहे हैं और क्रेडिट कार्ड की जगह नकद राशि का उपयोग कर रहे हैं। इसके लिए अक्सर उन्हें अपने दोस्तों से पैसे उधार लेने पड़ते हैं।
अगस्त, 2010 में असांजे पर एक महिला के साथ बलात्कार करने का आरोप लगा। साथ ही यह आरोप भी लगा कि दो दिनों बाद ही असांजे ने स्वीडन की राजधानी स्टॉकहोम में एक महिला के यौन उत्पीड़न का आरोप लगा। असांजे ने अपने बचाव में कहा कि मेरे एक महिला के साथ शारीरिक संबंध बने थे, लेकिन वह दोनों की मर्जी से हुआ था। असांजे ने कहा कि मेरे ऊपर आरोप लगाने वाले दरअसल विकीलीक्स के खुलासों से सहमे हुए हैं।
ताजा मामला दुनियाभर के देशों में अमेरिकी राजदूतों द्वारा विदेश मंत्रालय को भेजे गए गोपनीय संदेशों से जुड़ा है जिसने अमेरिकी विदेश मंत्रालय की ‘रणनीति’ की पोल खोल दी। आरोप है कि ये गोपनीय संदेश अमेरिकी सैनिक ब्रेडले मैनिंग ने ही चुराए और विकीलीक्स वेबसाइट के संस्थापक जूलियन असांजे को सौंप दिए।
इन गोपनीय दस्तावेजों को समटने वाले टेक्सट फाइल की साइज 1.6 गीगाबाइट है। यह फाइल पहले एक सीडी में थी जिसके कवर पर मशहूर पॉप सिंगर लेडी गागा की तस्वीर थी। इससे ऐसा लगता है कि यह लेडी गागा के किसी एल्बम की सीडी है। बाद में इसे एक मेमोरी स्टिक में ट्रांसफर किया गया। यह स्टिक इतना छोटा था कि इसे चाबी के छल्ले में आसानी से लटका कर चला जा सकता है।
आने वाले दिनों में इस दस्तावेजों के सार्वजनिक होने से और बड़े खुलासे सामने आएंगे। दुनिया की सबसे बड़ी शक्ति अमेरिका की सहयोगी और दुश्मन देशों के प्रति क्या नीति है, एक-एक कर परतें खुल रही हैं। विकीलीक्स की ओर से दुनियाभर के 250 से अधिक देशों में स्थित अमेरिकी दूतावासों की 251287 फाइलें सार्वजनिक की जा रही हैं जो अमेरिकी प्रशासन को भेजी गई थीं। इन फाइलों पर लिखा था कि इन्हें गैर-अमेरिकी नागरिकों को किसी भी सूरत में नहीं दिखाना है।
अमेरिकी सेना का मानना है कि गोपनीय सूचनाएं कहां से लीक हुईं, इसकी जानकारी उसे है। ब्रेडले मैनिंग (22) नाम के एक सैनिक पर गोपनीय दस्तावेज लीक किए जाने का संदेह है जो पहले बगदाद के पास एक सैन्य शिविर पर तैनात था। इस सैनिक ने न सिर्फ अमेरिकी विदेश मंत्रालय की गोपनीय दस्तावेज लीक किए बल्कि अफगानिस्तान और इराक में अमेरिकी सेना की कार्रवाई की कई तस्वीरें भी उतारी हैं जिसमें स्थानीय लोगों की मौत हुई थी।
संदिग्ध सैनिक को पिछले सात महीने से कैद कर रखा गया है और अगले साल इसका कोर्ट मार्शल किए जाने की तैयारी चल रही है। इस सैनिक की एक हैकर से हुई बातचीत भी रिकार्ड की गई है। बातचीत के दौरान उसने कहा कि वह ‘लेडी गागा’ जैसी कोई सीडी ला रहा है जिसकी सूचनाएं एक छोटी फाइल में समेटी जाएगी। वह पिछले आठ महीने से रोज 14 घंटे गोपनीय सूचनाओं के नेटवर्क पर नजरें गड़ाए हुए है। अमेरिकी सेना के खुफिया विश्लेषक रह चुके मैनिंग की नजर में विकिलीक्स सूचना के अधिकार से जुड़े कार्यकर्ताओं की आजादी का प्रतीक है।
अमेरिकी विदेश नीति से जुड़े दस्तावेजों के सनसनीखेज खुलासे कर रही वेबसाइट विकीलीक्स के संस्थापक जूलियन असांजे के खिलाफ उनके ही देश ऑस्ट्रेलिया की पुलिस यह जांच कर रही है कि कहीं असांजे ने कोई गैरकानूनी काम तो नहीं किया है। ऑस्ट्रेलिया के अटॉर्नी जनरल रॉबर्ट मैकललैंड ने साफ किया है कि उन्हें यह मालूम नहीं है कि अमेरिका की ओर से असांजे के पासपोर्ट को रद्द करने के लिए कोई निवेदन किया गया है या नहीं। ऑस्ट्रेलियाई सरकार असांजे के खिलाफ कानूनी कार्रवाई के विकल्पों पर विचार कर रही है।
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