19वीं सदी के कवि ललोन फकीर के जीवन पर आधारित मशहूर फिल्मकार गोतम घोष की फिल्म मोनेर मानुष को यहां भारत के 41वें अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (इफ्फी) में स्वर्ण मयूर पुरस्कार से नवाजा गया।
पिछले एक दशक में यह पहला मौका है जब किसी भारतीय फिल्म को इफ्फी का शीर्ष पुरस्कार मिला। इससे पहले वर्ष 2000 में जयराज की फिल्म करुणम को इस खिताब से नवाजा गया था। भारत और बांग्लादेश की साझेदारी से बनी इस बंगाली फिल्म में बंगाली फिल्मों के सुपरस्टार प्रसेनजीत चटर्जी ने मुख्य भूमिका निभाई है। पुरस्कार स्वरूप फिल्म को स्वर्ण ट्राफी के साथ इसके निर्देशक व निर्माता को 20-20 लाख रुपये का नकद पुरस्कार भी प्रदान किया गया।
एक अन्य भारतीय फिल्म जस्ट एनॉदर लव स्टोरी ने न्यूजीलैंड की द ब्वॉय के साथ रजत मयूर और विशेष ज्यूरी पुरस्कार साझा किया। सर्वश्रेष्ठ निर्देशक का पुरस्कार डेनमार्क की निर्देशक सुसेन बीअर की फिल्म इन ए बैटर वर्ल्ड को मिला। रंगारंग पुरस्कार समारोह के साथ ही पिछले दस दिनों से यहां जारी फिल्म महोत्सव संपन्न हो गया।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें