पाकिस्तानी साइबर आर्मी' नामक एक संगठन ने शुक्रवार रात किए एक 'साइबर हमले' में (सीबीआई) की वेबसाइट सहित 200 से अधिक वेबसाइट्स हैक कर लिया। सीबीआई ने इस संगठन के खिलाफ अपने साइबर अपराध शाखा में मामला दर्ज किया है।
पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक इनमें से अधिकांश वेबसाइट निजी सस्थानों, कॉलेजों और कम्पनियों के हैं। इनमें एकमात्र सरकारी वेबसाइट सीबीआई की है।
सीबीआई के एक अधिकारी ने बताया, "हमने देखा कि तीन से चार दिसम्बर की रात सीबीआई की आधिकारिक वेबसाइट के साथ अनधिकृत रूप से छेड़छाड़ की गई है। हमने कानून के तर्कसंगत प्रावधानों के तहत सीबीआई के साइबर अपराध शाखा में एक मामला दर्ज कराया है।"
जांच एजेंसी की वेबसाइट शनिवार को भी प्रभावित रही। अधिकारी के मुताबिक लोगों के उपयोग के लिए वेबसाइट को शीघ्र उपलब्ध करा दिया जाएगा। जांच एजेंसी के अनुसार शुक्रवार रात वेबसाइट पर 'पाकिस्तान जिंदाबाद' का संदेश पोस्ट किया गया। उन्होंने कहा, " एनआईसी और सीबीआई के साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ वेबसाइट सक्रिय करने के काम में लगे हुए हैं।"
बहरहाल, इस मुद्दे पर 'नेशनल इन्फार्मेटिक्स सेंटर' और सीबीआई के अधिकारियों की मैराथन बैठक हुई लेकिन अधिकारियों ने कहा कि हैकरों ने सिर्फ एक सरकारी वेबसाइट में घुसपैठ की।
संगठन ने दावा किया कि उसने सीबीआई की वेबसाइट को उपलब्ध कराने वाली एनआईसी के सर्वर को भी हैक किया है। ज्ञात हो कि एनआईसी तकरीबन 30,000 सरकारी वेबसाइटों का संचालन करती है।
उधर, इस्लामाबाद में स्थानीय समाचार पत्र 'द एक्सप्रेस ट्रिब्यून' के मुताबिक 'प्रीडेटर्स पीके' नामक संगठन का कहना है कि 26 नवंबर को 'भारतीय साइबर आर्मी' (आईसीए) द्वारा पाकिस्तानी वेबसाइट्स पर किए गए साइबर हमले का बदला लेने के लिए ऐसा किया गया है।
पत्र के मुताबिक आईसीए ने 26 नवंबर को 36 पाकिस्तानी वेबसाइटों को हैक किया था। इनमें पाकिस्तानी नौसेना, राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी), विदेश मंत्रालय, शिक्षा और वित्त मंत्रालय की वेबसाइट्स शामिल थीं। इनके अलावा इस्लामिक संगठनों की कई वेबसाइट्स को भी हैक किया था।
आईसीए ने वेबसाइट हैक किए जाने के दौरान लिखा था, "यह 26/11 हमले (मुम्बई आतंकी हमले) का बदला है।"वेबसाइट पर जारी संदेश में लिखा गया है, "इंडियन साइबर आर्मी द्वारा पाकिस्तानी वेबसाइट को हैक करने के जवाब के तौर पर इस वेबसाइट को हैक किया गया है। हमने आप से पहले भी कहा था..हम सो रहे हैं लेकिन मरे नहीं हैं।"
एक हैकर ने वेबसाइट पर भेजे गए संदेश में लिखा है, "यह भारतीय हैकरों के लिए केवल एक चेतावनी है। पाकिस्तानी वेबसाट्स को निशाना बनाना बंद करें। हमें कुछ साबित करने के लिए मजबूर न करें। आपकी सुरक्षा अच्छी है लेकिन हम इसे भेद रहे हैं।"
समूह ने कहा है, "हम भारत के साथ साइबर युद्ध के लिए तैयार हैं, जिसे भारत ने पाकिस्तान के विरूद्ध शुरू किया है। यह हमारी सरकार की कमजोरी है, जिसने अपनी सरकारी वेबसाइट्स को सस्ते सर्वर से जोड़ रखा है। पूरे पाकिस्तान को पाकिस्तानी हैकरों की क्षमता को समझना चाहिए।"
"अब पाकिस्तान की सरकार को अपनी साइट्स की और अधिक सुरक्षा करनी चाहिए। हमने उन्हें उसी दिन बता दिया था जब यह समस्या सामने आई थी। पाकिस्तानी नागरिकों को चिंता नहीं करनी चाहिए क्योंकि पाकिस्तानी हैकर अभी जीवित हैं।"
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें