दोहे और उक्तियाँ !! - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शनिवार, 4 दिसंबर 2010

दोहे और उक्तियाँ !!


यह सोचे बिना कि इससे तुमको जीवन में क्या अनुभव

प्रात हो रहा है मानसिक समता का अभ्यास करो|

मानसिक समता और स्वभाव की समता से न केवल

आपको बल्कि दूसरे लोगों को भी खुशी मिलती है।

(श्री परमहंस योगानंद)


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