यह सोचे बिना कि इससे तुमको जीवन में क्या अनुभव
प्रात हो रहा है मानसिक समता का अभ्यास करो|
मानसिक समता और स्वभाव की समता से न केवल
आपको बल्कि दूसरे लोगों को भी खुशी मिलती है।
(श्री परमहंस योगानंद)
यह सोचे बिना कि इससे तुमको जीवन में क्या अनुभव
प्रात हो रहा है मानसिक समता का अभ्यास करो|
मानसिक समता और स्वभाव की समता से न केवल
आपको बल्कि दूसरे लोगों को भी खुशी मिलती है।
(श्री परमहंस योगानंद)
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