भोलेनाथ के जयकारों के साथ ही अमरनाथ यात्रा का पहला जत्था मंगलवार सुबह जम्मू से पहलगाम और बालटाल की ओर रवाना हो गया। सुबह पर्यटन मंत्री नवांग रिगजिन जोरा ने जत्थे को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इसके साथ ही 45 दिन तक चलने वाली अमरनाथ यात्रा शुरु हो गया है। पहला दर्शन बुधवार को होगा।
बुधवार सुबह बालटाल और पहलगाम से यात्री पवित्र गुफा की ओर रवाना होंगे। बुधवार को ही गुफा में पूजा-अर्चना भी होगी। पहले जत्थे में कुल 2096 यात्री शामिल थे। इनमें 1369 पुरुष, 421 महिलाएं, 110 बच्चे, और 196 साधु थे। कड़ी सुरक्षा के बीच कुल 73 वाहनों को काफिला बेस कैंप से रवाना हुआ। इसमें एसआर टीसी की 32 बसें, 17 निजी बसें और 24 छोटे वाहन थे। पहलगाम में मेले जैसा माहौल है। वातावरण पूरी तरह शिवमय हो गया है। यहां तक कि हलवाई भी कोशिश कर रहे हैं कि हर कहीं बाबा बर्फानी बर्फानी नजर आए।
मंगलवार देर शाम पहलगाम में जोरदार बारिश शुरू हो गई। वैसे तो पांच-छह बजे ही रिमझिम बारिश शुरू हो गई थी लेकिन रात तक खूब तेज हो गई। इससे कई टैंटों में पानी भर गया तो कुछ तेज हवा से उड़ भी गए। रात तक किसी तरह लोगों को अन्य टैंटों में एडजस्ट किया गया। यदि बारिश ऐसे ही रही तो सुबह रवाना होने वाले जत्थे पर असर पड़ सकता है। बारिश के चलते रास्ता कितना सेफ है, ये तय हो जाने के बाद ही बुधवार को जत्था रवाना किया जाएगा। हैलीकॉप्टर सेवा भी मौसम पर ही निर्भर करेगी। रात डेढ़ बजे तक पहलगाम में मूसलाधार बारिश जारी थी। उधर, शेरे कश्मीर यूनिवर्सिटी ऑफ एग्रीकल्चर एंड टेक्नोलॉजी के मौसम विज्ञानी डा. एमके खुशु के अनुसार आने वाले दो-तीन दिनों तक बारिश होने के आसार हैं। इंडियन मीटियरोलॉजिकल डिपार्टमेंट ने यात्रियों को मौसम की ताजा जानकारी देने के लिए जगह-जगह अपनी टीमें तैनात की हैं।
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