आज का दिन लोकपाल के लिए और अन्ना के राजनीतिक मुहिम के लिए काफी महत्वपूर्ण दिन है। अन्ना की आज कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ भी मुलाकात होनी थी लेकिन सोनिया गांधी ने समय ही नहीं दिया। अन्ना मजबूत लोकपाल बनाने के लिए सोनिया से बातचीत करने वाले थे।
प्रधानमंत्री और न्यायालय को लोकपाल के दायरे में रखने के मुद्दे पर सोनिया का रुख टटोलने वाले थे। वहीं सीपीआई के एबी वर्धन और डी राजा भी अन्ना के तर्क सुनने वाले थे। इसके अलावा भाजपा के शीर्ष नेता आडवाणी, जेटली, सुषमा और गडकरी से भी अन्ना हजारे की मुलाकात तय है।
तीन जुलाई को लोकपाल पर सर्वदलीय बैठक से पहले सिविल सोसायटी ने नेताओं से मिलने का अभियान तेज कर दिया है। अन्ना की टीम ने राजग संयोजक शरद यादव, सीपीएम महासचिव प्रकाश करात और राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष अजित सिंह से बुधवार को मुलाकात की। बैठक खत्म होने के बाद देर शाम किरण बेदी ने ट्विट कर कहा कि कई मुद्दों पर विपक्षी पार्टियों की गलतफहमियां दूर हुई हैं। शरद यादव ने कहा कि हमने अन्ना हजारे के सभी तर्क सुने हैं। हम सशक्त लोकपाल का समर्थन करते हैं और वर्तमान मुद्दों के संबंध में कोई भी फैसला पार्टी की मीटिंग में करेंगे। अजित सिंह ने अन्ना के आंदोलन की सराहना करते हुए कहा कि सिविल सोसायटी के ड्राफ्ट की ज्यादा जानकारी मुझे नहीं है। सोसायटी के सदस्यों ने मुझे जो जानकारी दी उससे मैं इस ड्राफ्ट के पक्ष में हूं। उन्होंने कहा कि पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी इस मुद्दे पर अपना रुख तय करेगी।
प्रधानमंत्री और न्यायालय को लोकपाल के दायरे में रखने के मुद्दे पर सोनिया का रुख टटोलने वाले थे। वहीं सीपीआई के एबी वर्धन और डी राजा भी अन्ना के तर्क सुनने वाले थे। इसके अलावा भाजपा के शीर्ष नेता आडवाणी, जेटली, सुषमा और गडकरी से भी अन्ना हजारे की मुलाकात तय है।
तीन जुलाई को लोकपाल पर सर्वदलीय बैठक से पहले सिविल सोसायटी ने नेताओं से मिलने का अभियान तेज कर दिया है। अन्ना की टीम ने राजग संयोजक शरद यादव, सीपीएम महासचिव प्रकाश करात और राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष अजित सिंह से बुधवार को मुलाकात की। बैठक खत्म होने के बाद देर शाम किरण बेदी ने ट्विट कर कहा कि कई मुद्दों पर विपक्षी पार्टियों की गलतफहमियां दूर हुई हैं। शरद यादव ने कहा कि हमने अन्ना हजारे के सभी तर्क सुने हैं। हम सशक्त लोकपाल का समर्थन करते हैं और वर्तमान मुद्दों के संबंध में कोई भी फैसला पार्टी की मीटिंग में करेंगे। अजित सिंह ने अन्ना के आंदोलन की सराहना करते हुए कहा कि सिविल सोसायटी के ड्राफ्ट की ज्यादा जानकारी मुझे नहीं है। सोसायटी के सदस्यों ने मुझे जो जानकारी दी उससे मैं इस ड्राफ्ट के पक्ष में हूं। उन्होंने कहा कि पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी इस मुद्दे पर अपना रुख तय करेगी।
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