फ्रांस की वित्तमंत्री क्रिस्टीन लागार्द बनी आईएमएफ प्रमुख। इस तरह से अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष पर यूरोप का वर्चस्व बरकरार रहा। 64 सालों से दुनिया के इस शीर्ष संगठन पर यूरोप का कब्जा बना हुआ है।लागार्द को मंगलवार को हुई बैठक में उन्हें चुना गया है। लागार्द के चुनाव को लेकर संशय बरकरार था क्योंकि यह पता नहीं चल रहा था कि चीन किस ओर जाएगा।
चीन के पास काफी वोट थे और उसके समर्थन के बिना किसी का भी प्रमुख बनना मुश्किल था।आखिरी समय में अमेरिका और अन्य उभरती हुई अर्थव्यवस्थाओं ने लागार्द के पक्ष में वोट दिया। उनके खिलाफ मेक्सिको के सेंट्रल बैंक के प्रमुख ऑगस्टिन कार्नस्टेंस भी मैदान में थे। ऐसा लग रहा था कि उभरती हुई अर्थव्यवस्थाएं के समर्थन से वह जीत जाएंगे लेकिन लागार्द को यूरोप, अमेरिका के अलावा उभरती हुई अर्थव्यवस्थाओं का समर्थन मिला।लागार्द आईएमएफ की लगातार 11 वीं यूरोपीय प्रमुख होंगी। देखना यह है कि वह पुराने चीफ कान की छाया से निकल पाती हैं या नहीं।
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