टीआरएस विधायकों ने फैक्स के जरिए अपने इस्तीफे विधानसभा अध्यक्ष को भेज दिए। इसके साथ ही रविवार से इस्तीफा देने वाले विधायकों की संख्या बढ़कर 15 हो गई है। तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) के चार बागी विधायकों ने रविवार को अपने इस्तीफे सौंपे थे। तेलंगाना क्षेत्र के तेदेपा विधायकों ने पृथक तेलंगाना राज्य की मांग को लेकर दोबारा इस्तीफा देने का निर्णय पहले से कर रखा है। लेकिन क्षेत्र के कांग्रेसी विधायकों द्वारा केंद्रीय नेतृत्व से बातचीत के बाद कोई निर्णय लेने की सम्भावना है।
विधानसभा अध्यक्ष एन. मनोहर ने रविवार को तेलंगाना क्षेत्र के सभी 101 विधायकों के इस्तीफे अस्वीकार कर दिए थे। उन्होंने कहा था कि ये इस्तीफे भावुक वातावरण में दिए गए थे।
चार और पांच जुलाई को इस्तीफा देने वाले विधायकों में सत्ताधारी कांग्रेस के 47, तेदेपा के 37, टीआरएस के 11, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के चार और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के दो विधायक शामिल थे। 294 सदस्यीय विधानसभा में तेलंगाना क्षेत्र के 119 विधायक हैं। तेलंगाना संयुक्त कार्रवाई समिति (जेएसी) के संयोजक एम. कोदंदरम ने कहा कि यदि केंद्र सरकार ने पृथक राज्य के गठन की घोषणा नहीं की तो आंदोलन तेज किया जाएगा। उन्होंने मांग की है कि क्षेत्र के सभी जनप्रतिनिधियों को दोबारा इस्तीफा सौंप देना चाहिए और उसे स्वीकार करने के लिए दबाव बनाना चाहिए। कोदंदरम ने कहा कि अगले महीने सरकारी कर्मचारियों द्वारा प्रस्तावित अनिश्चितकालीन हड़ताल के साथ ही तेलंगाना का आंदोलन तेज हो जाएगा।
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