अभावों के साये में पली प्रतिभाओं का आईआईटी में दाखिले का सपना पूरा करने वाला कोचिंग संस्थान सुपर-30 अपने प्रतिभा खोज अभियान के विस्तार की तैयारी में है।
पटना के मशहूर संस्थान का कहना है कि अगर इस अभियान के दौरान उसे तय सीमा से ज्यादा संख्या में जरूरतमंद विद्यार्थी मिलते हैं तो वह अपनी सीटों की संख्या बढ़ाने में देर नहीं करेगा। सुपर-30 के संस्थापक आनंद कुमार का कहना है कि देश भर में ऐसे कई मेधावी विद्यार्थी हैं, जो गरीबी के कारण आईआईटी प्रवेश परीक्षा की तैयारी नहीं कर पाते। लिहाजा हम खुद को बिहार तक सीमित रखना नहीं चाहते और जरूरतमंद प्रतिभाओं की खोज के लिए पूरे देश में पहुंच बनाना चाहते हैं।
आनंद ने कहा कि बिहार, उत्तरप्रदेश और झारखंड के बाद सुपर-30 अब मध्यप्रदेश के इंदौर में इस महीने प्रवेश परीक्षा आयोजित कर रहा है। उन्होंने कहा कि हम अपना विस्तार करते हुए हर जगह के गरीब विद्यार्थियों को आईआईटी-जेईई की मुफ्त तैयारी कराना चाहते हैं। प्रतिभा खोज अभियान के दौरान अगर हमें बड़ी संख्या में काबिल विद्यार्थी मिलते हैं तो हम अपनी सीटों की संख्या को 30 से बढ़ाकर 50 भी कर सकते हैं।
इंदौर मध्य भारत में आईआईटी कोचिंग संस्थानों का बड़ा गढ़ है, जहां हर साल हजारों विद्यार्थी शीर्ष प्रौद्योगिकी संस्थान में दाखिले के लिए प्रवेश परीक्षा की तैयारी करते हैं।
शहर में सुपर-30 की प्रवेश परीक्षा आयोजित करने का बीड़ा सामाजिक संगठन सार्थक ने उठाया है। इस संगठन के दीपक जैन ने बताया कि इस प्रवेश परीक्षा की संभावित तिथि 24 जुलाई है। इससे पहले 17 जुलाई को शहर में सुपर-30 के संस्थापक का व्याख्यान आयोजित किया गया है
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें