मुंबई हमलों पर कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी भी केंद्रीय गृह मंत्री पी चिदंबरम की भाषा ही बोलते नजर आए. राहुल गांधी ने जहां खुफिया एजेंसियों की तारीफ के पूल बांधे, वही ये भी कह दिया कि हर वक्त आतंकवादी हमलों को रोकना असंभव है.
क्या इसका मतलब यह लगाया जाए कि कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी को लगता है कि देश में एक दो आतंकी हमले तो हो ही सकते हैं?
उड़ीसा दौरे पर गए राहुल ने जब मुंबई धमाकों के बारे में पूछा गया तो राहुल ने कहा कि आतंकी हमले पूरी तरह से नहीं रोके जा सकते हैं, देश में एक दो हमले तो होंगे ही, उन्हें रोकना मुश्किल है.
राहुल ने देश में हो रहे आतंकी हमले की तुलना इराक और अफगानिस्तान में हो रहे हमलों से करते हुए कहा कि वहां तो रोज ही हमले हो रहे हैं. राहुल ने मुंबई हमलों की तुलना अमेरिका से भी की. उन्होंने कहा कि आतंकी हमलों से अमेरिका भी पूरी तरह महफूज नहीं है.
राहुल गांधी के इस बयान पर आग तो लगनी ही थी. शिवसेना ने इसपर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि राहुल राजनीति के लिए अनफिट हैं. साथ ही राउत ने यह भी कहा कि मुंबई हमले रोक पाने में नाकाम रहे गृहमंत्री पी चिदंबरम को भी इस्तीफा देना चाहिए.
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