लंबे समय से इंतजार कर रहे गाजियाबाद के लोगों की मेट्रो में सवारी करने की मुराद आज आखिरकार पूरी हो गई। आनंद विहार से वैशाली तक ढाई किलोमीटर लंबे खंड पर सुबह सात बजे पहली मेट्रो ट्रेन चलने के साथ ही गुड़गांव और नोएडा के बाद गाजियाबाद मेट्रो से जुड़ने वाला राष्ट्रीय राजधानी का तीसरा क्षेत्र और उत्तर प्रदेश का दूसरा जिला बन गया।
उत्तर प्रदेश के पंचायती राज मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने सुबह सात बजे वैशाली मेट्रो स्टेशन से चलने वाली पहली ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया जबकि इसी समय द्वारका से आई पहली ट्रेन के लिए आनन्द विहार स्टेशन पर कोई औपचारिकता नहीं हुई और ट्रेन यहां रुककर कौशाम्बी व वैशाली के लिए प्रस्थान कर गई।
इस मौके पर बड़ी संख्या में मेट्रो के वरिष्ठ अधिकारी तथा कर्मचारी भी मौजूद थे। इस खंड के लिए सुरक्षा प्रमाण पत्र कल ही जारी किया गया था। पन्द्रह जुलाई से इस लाइन पर नियमित समय यानी सुबह छह बजे से रात ग्यारह बजे तक मेट्रो का परिचालन शुरू हो जायेगा। इस खंड के शुरू हो जाने से गाजियाबाद की रिहायशी कालोनियों वैशाली, कौशाम्बी, वसुंधरा व इंदिरापुरम में रहने वाले लोगों को विशेष फायदा पहुंचेगा। मेट्रो ने अनुमान व्यक्त किया है कि इस खंड के चालू हो जाने के बाद उसके यात्रियों की संख्या हर रोज लगभग 40 हजार बढ़ जायेगी। इस खंड पर कौशाम्बी और वैशाली दो स्टेशन बनाये गये हैं।
इस खंड पर 2008 में काम शुरू हुआ था और इसके निर्माण पर 260 करोड रूपये की लागत आई है। वैशाली से द्वारका सेक्टर 21 तक की लाइन की लंबाई 46.36 किलोमीटर है और इस पर 41 स्टेशन हैं। वैशाली से द्वारका सेक्टर 21 तक का सफर 90 मिनट में पूरा हो जायेगा और इसके लिए यात्री को केवल 30 रूपये खर्च करने होंगे। वैशाली से दक्षिण पश्चिम दिल्ली तक अभी कोई सीधी बस सेवा न होने के कारण यात्रियों को समय के साथ साथ पैसा भी अधिक खर्च करना पड़ता था।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें