मुम्बई के छत्रपति शिवाजी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर आतंकवादी हमले की आशंका के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था काफी कड़ी कर दी गई है। हवाई अड्डे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
अधिकारी ने नाम उजागर न करने की शर्त पर बताया कि एक केंद्रीय खुफिया एजेंसी ने हवाई अड्डे पर आतंकवादी हमले की आशंका जाहिर की है। उन्होंने बताया कि हवाई अड्डे पर गुरुवार रात से सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। नागर विमानन सुरक्षा ब्यूरो, केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल, मुम्बई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा लिमिटेड और सभी निजी और सरकारी हवाई कम्पनियों ने सुरक्षा उपायों को लागू किया है। एजेंसी ने आतंकवादी हमले में उन्नत विस्फोटक उपकरणों (आईईडी) अथवा कुछ अन्य रसायनों के इस्तेमाल की आशंका जाहिर की है। इसके अलावा एजेंसी ने सम्बंधित अधिकारियों को एहतियात बरतने की सलाह दी है।
अधिकारी के मुताबिक हमले की आशंका को देखते हुए हवाई अड्डे पर यात्रियों को पूरी शारीरिक जांच प्रक्रिया से गुजरना पड़ रहा है। हवाई अड्डे के आस-पास वाहनों को रोकने अथवा पार्किंग पर रोक लगा दी गई है और सभी स्थानों की सुरक्षा जांच की जा रही है। उल्लेखनीय है कि गत 13 जुलाई को मुम्बई के झावेरी बाजार, ओपेरा हाउस और दादर में हुए तीन विस्फोटों में आईईडी का इस्तेमाल किया गया जिनमें 20 लोगों की मौत हो गई और 100 से अधिक घायल हुए।
अधिकारी ने नाम उजागर न करने की शर्त पर बताया कि एक केंद्रीय खुफिया एजेंसी ने हवाई अड्डे पर आतंकवादी हमले की आशंका जाहिर की है। उन्होंने बताया कि हवाई अड्डे पर गुरुवार रात से सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। नागर विमानन सुरक्षा ब्यूरो, केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल, मुम्बई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा लिमिटेड और सभी निजी और सरकारी हवाई कम्पनियों ने सुरक्षा उपायों को लागू किया है। एजेंसी ने आतंकवादी हमले में उन्नत विस्फोटक उपकरणों (आईईडी) अथवा कुछ अन्य रसायनों के इस्तेमाल की आशंका जाहिर की है। इसके अलावा एजेंसी ने सम्बंधित अधिकारियों को एहतियात बरतने की सलाह दी है।
अधिकारी के मुताबिक हमले की आशंका को देखते हुए हवाई अड्डे पर यात्रियों को पूरी शारीरिक जांच प्रक्रिया से गुजरना पड़ रहा है। हवाई अड्डे के आस-पास वाहनों को रोकने अथवा पार्किंग पर रोक लगा दी गई है और सभी स्थानों की सुरक्षा जांच की जा रही है। उल्लेखनीय है कि गत 13 जुलाई को मुम्बई के झावेरी बाजार, ओपेरा हाउस और दादर में हुए तीन विस्फोटों में आईईडी का इस्तेमाल किया गया जिनमें 20 लोगों की मौत हो गई और 100 से अधिक घायल हुए।
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