डिप्टी सीएमओ डॉ. योगेन्द्र सचान की रहस्मयी मौत के संबंध में नया खुलासा हुआ है। न्यायिक जांच में यह बात सामने आ रही है कि उनकी हत्या जेल से बाहर हुई थी। मामले को देख रहे जज ने भी इस बात का शक जताया है। रिपोर्ट के मुताबिक, डॉ सचान की जेल से बाहर ले जाकर पहले हत्या की गई, फिर जेल में डाल दिया गया।
बहुजन समाज पार्टी महासचिव एवं प्रदेश के लोकनिर्माण मंत्री नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने डा. वाई एस सचान हत्याकाण्ड की मुख्यमंत्री द्वारा सीबीआई जांच का आदेश देने एवं उच्च न्यायालय द्वारा इसपर मोहर लगाये जाने का स्वागत किया है। श्री सिद्दीकी ने कहा कि विपक्षी नेताओं द्वारा इस फैसले का स्वागत करने के बजाय इसे सरकार द्वारा दबाव में लिया गया फैसला बताया जाना राजनीति से प्रेरित है। उन्होंने कहा कि मामले की न्यायिक जांच पूरी किये जाने से पहले अन्य किसी जांच का आदेश दिया जाना औचित्यपूर्ण नहीं था।
नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने कहा कि न्यायिक जांच पूरी होते ही मुख्यमंत्री मायावती ने अधिकारियों को फटकार लगाते हुए विशेष जांच दल आदि से जांच कराने को दरकिनार करके डा. सचान के परिवार की इच्छा के मुताबिक इस प्रकरण की तुरन्त सीबीआई से जांच कराने के आदेश दिये जो स्वागत योग्य है।
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