रसोई गैस का बजट जल्द ही और बढ़ सकता है। डायरेक्ट कैश सब्सिडी पर बनी टास्क फोर्स ने इसके लिए ईजीओएम के पास सिफारिश भेजी है। टास्क फोर्स ने कहा है कि 1 साल में एक परिवार को 4 से 6 सिलेंडर ही सब्सिडी पर मिलने चाहिए।
डायरेक्ट कैश सब्सिडी पर आज होने वाली बैठक में ईजीओएम टास्क फोर्स के सुझावों पर विचार करेगी। वहीं ईजीओएम यदि टास्क फोर्स की सिफारिशें मान लेता है तो दिल्ली में 1 साल के भीतर 4 से 6 सिलेंडर 395 रुपये 35 पैसे पर मिलेंगे। इससे ज्यादा सिलेंडर लेने पर 710 रुपये चुकाने होंगे। जिसके पास कार, दुपहिया वाहन, घर हो या फिर इनकम टैक्स लिस्ट में जिनका नाम होगा उनपर यह नियम लागू होगा।
एलीपीजी डिस्ट्रीब्यूटर्स के रिकॉर्ड से पता चला है कि कई परिवार 1 साल में 20 से 30 सिलेंडर लेते हैं। ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि सब्सिडी सिलेंडर का इस्तेमाल होटलों और ढाबों जैसी कमर्शियल जगहों पर किया जाता है। जबकि कमर्शियल इस्तेमाल के लिए एलपीजी मार्केट प्राइस पर दी जाती है। टास्क फोर्स के प्रस्ताव में कहा गया है कि दूसरे चरण में डायरेक्ट कैश सब्सिडी की रकम सीधे उपभोगता को मिलेगी जबकि तीसरे चरण में सब्सिडी के असली हकदार की पहचान की जाएगी। वहीं टास्क फोर्स के इन सुझावों को दिसंबर महीने से अमल में लाने की उम्मीद जताई जा रही है।
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