पत्रकार ज्योतिर्मय डे की हत्या के मामले में माफिया सरगना छोटा राजन के कथित सहयोगी और बुकी को गिरफ्तार किया गया है। माना जाता है कि ज्योतिर्मय डे की हत्या में इस आदमी की महत्वपूर्ण भूमिका थी। छोटा राजन के कथित सहयोगी और बुकी विनोद असरानी उर्फ विनोद चेंबूर समेत अब तक आठ लोगों को इस मामले में गिरफ्तार किया जा चुका है।
अपराध शाखा के अधिकारी ने कहा, 'इस बात का संदेह है कि बुकी विनोद असरानी उर्फ विनोद चेंबूर ने जे डे को पहचानने में शूटरों की मदद की। विनोद असरानी को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया और बाद में उसे गिरफ्तार कर लिया गया।' अधिकारी ने बताया, 'हमें इस बात की सूचना मिली थी कि उसने हत्या के एक दिन पहले शूटरों से मुलाकात की थी और उसने हत्यारों को रुपए सौंपे थे।' असरानी को स्थानीय अदालत में पेश किया गया जहां उसे सात जुलाई तक के लिए रिमांड पर पुलिस की हिरासत में भेज दिया गया।
मिड डे के पत्रकार जे डे की हत्या के मामले में पुलिस ने पिछले रविवार की रात को गनमैन रोही थंगप्पन जोसेफ उर्फ सतीश काल्या (34) और उसके सहयोगी अभिजीत शिंदे (28), अरूण डाके (27), सचिन गायकवाड (27), अनिल वाघमारे (35), निलेश शेंगे (34) और मंगेश अगावने (25) को गिरफ्तार किया था। जे डे की 11 जून को चार मोटरसाइकल सवार हमलावरों ने सरेआम गोली मारकर हत्या कर दी थी। पुलिस की मानें, तो जे डे की हत्या माफिया सरगना छोटा राजन के कहने पर की गई, जिसने इसके लिए पांच लाख रुपए का भुगतान किया। हालांकि हत्या के पीछे की वजह का अभी तक खुलासा नहीं हो पाया है।
अपराध शाखा के अधिकारी ने कहा, 'इस बात का संदेह है कि बुकी विनोद असरानी उर्फ विनोद चेंबूर ने जे डे को पहचानने में शूटरों की मदद की। विनोद असरानी को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया और बाद में उसे गिरफ्तार कर लिया गया।' अधिकारी ने बताया, 'हमें इस बात की सूचना मिली थी कि उसने हत्या के एक दिन पहले शूटरों से मुलाकात की थी और उसने हत्यारों को रुपए सौंपे थे।' असरानी को स्थानीय अदालत में पेश किया गया जहां उसे सात जुलाई तक के लिए रिमांड पर पुलिस की हिरासत में भेज दिया गया।
मिड डे के पत्रकार जे डे की हत्या के मामले में पुलिस ने पिछले रविवार की रात को गनमैन रोही थंगप्पन जोसेफ उर्फ सतीश काल्या (34) और उसके सहयोगी अभिजीत शिंदे (28), अरूण डाके (27), सचिन गायकवाड (27), अनिल वाघमारे (35), निलेश शेंगे (34) और मंगेश अगावने (25) को गिरफ्तार किया था। जे डे की 11 जून को चार मोटरसाइकल सवार हमलावरों ने सरेआम गोली मारकर हत्या कर दी थी। पुलिस की मानें, तो जे डे की हत्या माफिया सरगना छोटा राजन के कहने पर की गई, जिसने इसके लिए पांच लाख रुपए का भुगतान किया। हालांकि हत्या के पीछे की वजह का अभी तक खुलासा नहीं हो पाया है।
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