भारी बारिश तथा भूस्खलन के कारण रविवार को बाबा अमर नाथ के दर्शन के लिए बालटाल तथा पहलगाम से यात्रियों को रवाना नहीं किया गया। वहीं हाइवे पर जमा हो गए बेहिसाब यात्रियों को देखते हुए रविवार को भी जम्मू से आधिकारिक जत्था रवाना नहीं किया गया। सोमवार को भी जत्था नहीं जाएगा। रविवार को हाइवे पर जम्मू से लेकर झज्जर कोटली तक दिन भर अभूतपूर्व जाम लगा रहा। विभिन्न स्थानों पर करीब 60 हजार यात्री फंसे हुए हैं। । यात्रा के दौरान इस साल अब तक 8 श्रद्धालु दम तोड़ चुके हैं। पवित्र गुफा के अब तक करीब 80 हजार यात्री दर्शन कर चुके हैं।
मार्ग अवरुद्ध होने से गैर पंजीकृत करीब 2 हजार यात्री वाहन पठानकोट, जम्मू और श्रीनगर हाईवे पर फंस गए हैं। जबकि 60 हजार श्रद्धालु बालटाल, शेषनाग, पंचतरणी और नुनवान बेस कैंप सहित विभिन्न जगहों पर फंस गए हैं।
मार्ग अवरुद्ध होने से गैर पंजीकृत करीब 2 हजार यात्री वाहन पठानकोट, जम्मू और श्रीनगर हाईवे पर फंस गए हैं। जबकि 60 हजार श्रद्धालु बालटाल, शेषनाग, पंचतरणी और नुनवान बेस कैंप सहित विभिन्न जगहों पर फंस गए हैं।
ट्रेवल एजेंसी संचालक और हेलिकाप्टर से यात्रा करने वाले यात्रियों से स्थानीय स्तर पर अधिक किराया वसूलने से यात्रियों को परेशानी हो रही है। यात्रियों का आरोप है कि दस से 45 प्रतिशत अधिक किराया वसूला जा रहा है। हेलिकाप्टर यात्रा करने वालों के लिए श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड प्रतिदिन 180 टिकट जारी कर रही है।
श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड के कार्यकारी अधिकारी आरके गोयल ने स्पष्ट तौर पर कहा कि बिना पंजीकरण के किसी भी यात्री को जाने नहीं दिया जाएगा। गोयल ने यात्रियों को पंजीकरण की तारीख पर ही यात्रा करने का सुझाव दिया है। उन्होंने यात्रा के दौरान यात्रियों से दिशा-निर्देशों का पालन करने का आग्रह किया है। जम्मू में विभिन्न जगहों पर करीब 30 हजार यात्री फंसे हुए हैं।
श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड का कहना है कि बालटाल व पहलगाम से यात्रा को जारी करने बारे निर्णय 4 जुलाई को मौसम के हालात देखते हुए लिया जाएगा। मौसम विभाग की रिपोर्ट के अनुसार अगले 24 घंटों में बालटाल, पहलगाम रूट पर भारी बारिश और ऊंचे पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी होने का अनुमान है।
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