अलग तेलंगाना राज्य के गठन की मांग को लेकर तेलंगाना क्षेत्र के कांग्रेस सांसदों और विधायकों ने सामूहिक इस्तीफे का एलान किया है. अब तेलंगाना के सांसद और विधायक अलग तेलंगाना राज्य बनाने के लिए आरपार की लड़ाई का मन बना लिया है. उनका कहना है कि केंद्र सरकार अपने वादे से पिछड़ रही है. लेकिन अब वो पीछे हटने वाले नहीं हैं.
कांगेस के वरिष्ठ नेता और सांसद केशव राव ने कहा है कि तेलंगाना के सभी सांसद दिल्ली में लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार और राज्य सभा के सभापति हामिद अंसारी से मिलकर अपना इस्तीफा सौंप देंगे, वहीं हैदराबाद में विधायक अपना इस्तीफा विधान सभा अध्यक्ष को सौंपेंगे. कांग्रेस सांसद जी विवेक ने कहा, 'हम चाहते हैं कि जल्द से जल्द सरकार अपने वादे को पूरा करे'. आंध्र प्रदेश के तेलंगाना क्षेत्र से कांग्रेस के 50 विधायक, 11 सांसद और 16 विधान परिषद सदस्य हैं.
केंद्र सरकार के स्वास्थ्य मंत्री और आंध्र प्रदेश के प्रभारी गुलाम नबी आजाद ने कहा है कि इस्तीफा किसी समस्या का समाधान नहीं है. हम आपस में मिल बैठकर इस मुद्दे का हल निकालेंगे. गुलाम नबी आजाद के अनुसार, 'किसी भी समस्या का समाधान इस्तीफा नहीं है. हम आमने-सामने बैठकर बातचीत से इसे सुलझाएंगे'. तेलंगाना समर्थक नेताओं का आरोप है कि नौ दिसंबर, 2009 को गृह मंत्री पी चिदंबरम ने अलग तेलंगाना राज्य के गठन का एलान किया था, लेकिन अब सरकार अपने वादे से पिछड़ रही है. चाहे कुछ भी हो अलग तेलंगाना राज्य के गठन की मांग ने कांग्रेस की धड़कन तो बढ़ा ही दी है.
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