मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इसके पक्ष में नहीं लगते। उनके मुताबिक सचिन तेंडुलकर महान खिलाड़ी हैं , उनके प्रशंसकों की संख्या भी लाखों में है , लेकिन इसके बावजूद उन्हें तुरंत भारत रत्न देने की जरूरत नहीं है। कम से कम खेल जगत का पहला भारत रत्न तो कतई सचिन तेंडुलकर को नहीं मिलना चाहिए। चौहान के मुताबिक इसके असली हकदार हैं मेजर ध्यानचंद।
चौहान ने मांग की है कि मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंडुलकर से पहले हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद को ' भारत रत्न ' दिया जाए। खेल जगत से जुड़ी महान विभूतियों को ' भारत रत्न ' देने के लिए चल रही कवायद पर पूछे गए एक सवाल पर चौहान ने कहा , ' खेल जगत का पहला भारत रत्न ध्यानचंद को दिया जाना चाहिए। वह हॉकी के जादूगर थे और उन्होंने दुनिया में देश का मान बढ़ाया है। सचिन तेंडुलकर भी बेमिसाल हैं और लाखों लोगों की आंखो के तारे हैं। ' चौहान ने कहा है कि ' भारत रत्न ' तेंडुलकर से पहले ध्यानचंद को ही दिया जाना चाहिए क्योंकि ध्यानचंद ने ही हॉकी को नई पहचान दी है।
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