अन्ना के सुप्रीम कोर्ट जाने के ऐलान पर पलटवार करते हुए कांग्रेस ने कहा है कि दूसरों को नैतिकता का पाठ पढ़ाने वाले अन्ना को खुद भी नैतिकता का आईना देखना चाहिए। प्रवक्ता मनीष तिवारी ने कहा कि ‘जस्टिस सावंत की रिपोर्ट में हजारे पर अंगुली उठाई गई थी, उनकी जिम्मेदारी बनती है कि वे देश को जवाब दें।’ ‘इस मुल्क में हर व्यक्ति को आजादी है कि वह कोई भी अदालत जा सकता है, लेकिन जो लोग किसी भी आंदोलन का हिस्सा नहीं रहे हैं, उनके मन में पुलिस के डंडे का डर स्वाभाविक है।’
टीम अन्ना मजबूत लोकपाल के लिए एक बार फिर सरकार से दो-दो हाथ करने के लिए तैयार है। आंदोलन के अगली रूपरेखा तैयार है। साथ ही, अन्ना ने अपनी टीम भी बड़ी कर ली है। टीम के प्रमुख सदस्य अरविंद केजरीवाल ने पूरे देश खास तौर से युवाओं से आह्वान किया कि वे सात दिन की छुट्टी लेकर सशक्त लोकपाल बिल के लिए शांतिपूर्ण तरीके से सड़कों पर उतरें।
संसद में मजबूत लोकपाल के लिए जन लोकपाल बिल नहीं लाया गया तो 16 अगस्त से अन्ना हजारे बेमियादी अनशन करेंगे। 1 अगस्त से देश भर में टोलियां बना कर पदयात्रा होगी। 9 अगस्त को सरकारी बिल का ड्राफ्ट जलाया जाएगा। 10 से 16 अगस्त तक गांव-गांव में सुबह को प्रभात फेरियां और शाम को कैंडल मार्च होगा। 15 अगस्त को रात में 8 से 9 बजे के बीच बत्तियां बुझा कर लोगों से यह जतलाने की भी अपील की गई है कि उन्हें जो आजादी मिली है, वह अभी अधूरी है।
टीम अन्ना ने एक कोर कमेटी और एडवाइजरी कमेटी बनाई है। कोर कमेटी में अन्ना हजारे, केजरीवाल, प्रशांत भूषण, शांति भूषण, संतोष हेगड़े, पीवी राजगोपाल, राजिंदर सिंह, अखिल गोगोई, किरण बेदी, स्वामी अग्निवेश सहित करीब 15 लोग हैं। इसमें मेधा पाटेकर को भी रखा जा रहा है, हालांकि उनकी सहमति अभी बाकी है। एडवाइजरी कमेटी में करीब 30 सदस्य शामिल किए गए हैं।
संसद में मजबूत लोकपाल के लिए जन लोकपाल बिल नहीं लाया गया तो 16 अगस्त से अन्ना हजारे बेमियादी अनशन करेंगे। 1 अगस्त से देश भर में टोलियां बना कर पदयात्रा होगी। 9 अगस्त को सरकारी बिल का ड्राफ्ट जलाया जाएगा। 10 से 16 अगस्त तक गांव-गांव में सुबह को प्रभात फेरियां और शाम को कैंडल मार्च होगा। 15 अगस्त को रात में 8 से 9 बजे के बीच बत्तियां बुझा कर लोगों से यह जतलाने की भी अपील की गई है कि उन्हें जो आजादी मिली है, वह अभी अधूरी है।
टीम अन्ना ने एक कोर कमेटी और एडवाइजरी कमेटी बनाई है। कोर कमेटी में अन्ना हजारे, केजरीवाल, प्रशांत भूषण, शांति भूषण, संतोष हेगड़े, पीवी राजगोपाल, राजिंदर सिंह, अखिल गोगोई, किरण बेदी, स्वामी अग्निवेश सहित करीब 15 लोग हैं। इसमें मेधा पाटेकर को भी रखा जा रहा है, हालांकि उनकी सहमति अभी बाकी है। एडवाइजरी कमेटी में करीब 30 सदस्य शामिल किए गए हैं।
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