भारत की अर्थव्यवस्था को नकली नोट के जरिए कमजोर करने पर तुले पाकिस्तान के नापाक मंसूबे एक बार फिर उजागर हो गए हैं। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) से जुड़े सूत्रों के हवाले से आई खबरों के मुताबिक एनआईए को इस बात के सुबूत हाथ लगे हैं कि भारत में मौजूद जाली नोटों की छपाई पाकिस्तान में हो रही है।
सूत्रों के मुताबिक जांचकर्ताओं ने जब्त किए गए जाली नोट और पाकिस्तान के असली नोट को एक विशेषज्ञ समिति के पास भेजा था। कमिटी ने इस बात की जांच कि दोनों नोटों की छपाई में क्या समानता है। सेक्योरिटी प्रिटिंग एंड मिंटिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया के एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि नोट की जांच के बाद यह बात सामने आई है कि जाली भारतीय मुद्रा पाकिस्तानी प्रेस में ही छापी गई है।
विशेषज्ञ समिति की रिपोर्ट के मुताबिक नकली भारतीय नोट और पाकिस्तानी नोटों की छपाई में 'ड्राई ऑफसेट प्रिंटिंग' पद्धति का इस्तेमाल किया गया है। दिलचस्प यह है कि पांच सौ और एक हजार रुपये मूल्य के नकली भारतीय नोटों पर मिला पीएच वैल्यू पाकिस्तानी नोटों पर मिले पीएच वैल्यू के बराबर है। भारतीय नकली नोट और पाकिस्तानी नोट पर मिले 'ग्राम पर स्क्वायर (जीएसएम)' भी समान हैं। जीएसएम किसी कागज की प्रकृति का संकेतक है। भारतीय और पाकिस्तानी नोट का एस जैसा जीएसएम इस बात का संकेत है कि दोनों कागजों का स्रोत एक है।
सूत्रों के मुताबिक जांचकर्ताओं ने जब्त किए गए जाली नोट और पाकिस्तान के असली नोट को एक विशेषज्ञ समिति के पास भेजा था। कमिटी ने इस बात की जांच कि दोनों नोटों की छपाई में क्या समानता है। सेक्योरिटी प्रिटिंग एंड मिंटिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया के एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि नोट की जांच के बाद यह बात सामने आई है कि जाली भारतीय मुद्रा पाकिस्तानी प्रेस में ही छापी गई है।
विशेषज्ञ समिति की रिपोर्ट के मुताबिक नकली भारतीय नोट और पाकिस्तानी नोटों की छपाई में 'ड्राई ऑफसेट प्रिंटिंग' पद्धति का इस्तेमाल किया गया है। दिलचस्प यह है कि पांच सौ और एक हजार रुपये मूल्य के नकली भारतीय नोटों पर मिला पीएच वैल्यू पाकिस्तानी नोटों पर मिले पीएच वैल्यू के बराबर है। भारतीय नकली नोट और पाकिस्तानी नोट पर मिले 'ग्राम पर स्क्वायर (जीएसएम)' भी समान हैं। जीएसएम किसी कागज की प्रकृति का संकेतक है। भारतीय और पाकिस्तानी नोट का एस जैसा जीएसएम इस बात का संकेत है कि दोनों कागजों का स्रोत एक है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें