प्रशांत महासागर में परीक्षण के दौरान चीन की पनडुब्बी ‘जियाओलांग’ समुद्र में 5057 मीटर की गहराई तक सफलतापूर्वक पहुंच गई है। तीन लोगों को लेकर गई इस पनडुब्बी ने अपना परीक्षण एक बजक र आठ मिनट (भारतीय समयानुसार) पर शुरू किया और समुद्र के अंतरराष्ट्रीय क्षेत्र में पांच हजार 57 मीटर की गहराई तक पहुंची।
वर्ष 2002 में जियाओलांग परियोजना शुरू क रने वाला चीन समुद्री स्तर से 3500 मीटर से नीचे पनडुब्बी भेजने वाला अमेरिका, फ्रांस, रूस और जापान के बाद पांचवां देश है। एसओए ने कहा कि आज की उपलब्धि से स्पष्ट है कि जियाओलांग दुनिया में समुद्र के 70 प्रतिशत से अधिक क्षेत्र में पहुंच सकता है। इस पनडुब्बी में तीन लोग सवार थे। एसओए के मुताबिक इस पनडुब्बी के 2012 में परीक्षण के दौरान सात हजार मीटर की गहराई तक जाने की संभावना है। इस पनडुब्बी के प्रमुख डिजायनर शू कीनन ने बताया कि जियाओलांग समुद्री स्तर से सात हजार मीटर की गहराई को छूने के लिए बनाई गई विश्व की पहली मानवीय पनडुब्बी है।
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