सर्बियाई टेनिस स्टार नोवाक जोकोविच ने यहां शानदार खेल का प्रदर्शन करते हुए गत चैम्पियन राफेल नडाल को हराकर विम्बलडन पुरूष एकल खिताब हासिल किया, इसके साथ ही वह दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी भी बन गए।
24 वर्षीय जोकोविच ने खिताबी भिड़ंत में नडाल पर 6-4, 6-1, 1-6, 6-3 से जीत दर्ज की। इससे पहले उन्होंने ग्रैंड स्लैम में 2008 और 2011 में ऑस्ट्रेलियाई ओपन में खिताब जीता था। यह उनकी पिछले 51 मैचों में 50वीं जीत है।
जोकोविच सोमवार को जारी होने वाली विश्व रैंकिंग में नडाल को पछाड़कर पहला स्थान हासिल कर लेंगे। इस तरह उन्होंने यहां 2008 और 2010 में खिताब जीतने वाले स्पेन के धुरंधर को 11वीं ग्रैंडस्लैम ट्राफी से वंचित कर दिया। फाइनल में खेलने से पहले जोकोविच का पिछले पांच साल में नडाल के खिलाफ हारने का रिकार्ड 11-16 था लेकिन 2011 में उन्होंने इस स्पेनिश खिलाड़ी के साथ हुई सभी चारों भिड़ंतों और सभी फाइनल्स में जीत दर्ज की है।
जोकोविच ने कहा, ‘मैं अभी जो महसूस कर रहा हूं, उसे बयां करना बहुत मुश्किल है। यह मेरी जिदंगी का सबसे शानदार दिन है। यह मेरे लिये बहुत विशेष टूर्नामेंट है। मैं जब किशोर था, तब से इसमें खिताब जीतने का सपना देखता आया हूं।’उन्होंने कहा, ‘मुझे ऐसा लग रहा है कि मैं अब भी सो रहा हूं और सपना देख रहा हूं।’ जोकोविच ने कहा, ‘राफा (राफेल नडाल) ने मुझे हमेशा ग्रैंड स्लैम के बड़े मैचों में शिकस्त दी है, इसलिए मुझे अपने गेम में सर्वश्रेष्ठ होना था और मुझे लगता है कि मैंने ग्रासकोर्ट पर अपना सर्वश्रेष्ठ मैच खेला।’ उन्होंने कहा, ‘और साथ ही विश्व रैंकिंग में नंबर एक होना, यह आफिस में दो अच्छे दिन साथ में होने जैसा है।’ नडाल अपने 13वें ग्रैंड स्लैम फाइनल में खेल रहे थे, उन्होंने भी स्वीकार किया कि जोकोविच ने उनसे बेहतर खेल दिखाया।
नडाल ने कहा, ‘उनका यह सत्र काफी शानदार रहा है। मैं नोवाक को बधाई देता हूं।’ उन्होंने कहा, ‘मैं समझ सकता हूं कि वह कैसा महसूस कर रहे होंगे। यहां खेलना मेरे लिये सपने जैसा था, यह मुझे हमेशा घर की तरह लगता है। आज मैंने अपना सर्वश्रेष्ठ खेल दिखाने की कोशिश की लेकिन वह मुझसे बेहतर था।
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