गिरफ्तारी का अंदेशा होते ही डा. शुक्ला बीमार. - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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मंगलवार, 12 जुलाई 2011

गिरफ्तारी का अंदेशा होते ही डा. शुक्ला बीमार.

एनआरएचएम घोटाले में शामिल होने के शक के आधार पर पुलिस ने पूर्व सीएमओ व अपर निदेशक डा. एके शुक्ला की गिरफ्तारी की बात कही। गिरफ्तारी का अंदेशा होते ही डा. शुक्ला बीमार हो गए। भर्ती होने के लिए डा. शुक्ला ने ऐसी बीमारियां चुनी जिनका इलाज महीनों चले और वह चिकित्सालय में रहकर खुद को बचाने की रणनीति तैयार कर सकें। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग में करोड़ों का घोटाला हुआ।

दो सीएमओ एवं एक डिप्टी सीएमओ की हत्या कर दी गयी। घोटाले की अहम जानकारियां रखने वाले पूर्व सीएमओ डा. एके शुक्ला से पुलिस ने अभी तक कोई पूछतांछ नहीं की थी। डिप्टी सीएमओ डा. वाईएस सचान की मौत की जांच की न्यायिक जांच पूरी होते ही यह साफ हो गया कि डा. सचान की हत्या की गयी। अब बचे पूर्व सीएमओ डा. शुक्ला, पुलिस पर दबाव था कि डा. शुक्ला को गिरफ्तार कर पूछताछ हो ताकि पुलिस की जांच कुछ आगे बढ़े।

पुलिस डा. शुक्ला की गिरफ्तारी की तैयारी कर चुकी है। इसका अंदेशा होते ही डा. शुक्ला बीमार हो गए। देर रात डा. शुक्ला सरकारी चिकित्सालय की बजाय छत्रपति शाहूजी महाराज चिकित्सा विश्वविद्यालय के ट्रामा सेन्टर में भर्ती हो गए। चिविवि प्रवक्ता डा. अब्बास अली मेंहदी के अनुसार डा. शुक्ला को एनीमिया, पाइल्स, ब्लड शुगर व ब्लड प्रेशर की समस्या है।

डा. मेंहदी ने बताया कि उनका इलाज करने के लिए पैनल का गठन कर दिया गया है। पैनल में सर्जरी के डा. अभिनव अरून सोनकर, डा. मुन्नाधर, डा. बीके ओझा व डा. अनुभव चन्द्रा शामिल है। पूर्व सीएमओ की जांच चल रही है और एक सब इंस्पेक्टर व दो सिपाही उनकी निगरानी के लिए ट्रामा में तैनात कर दिए गये हैं।

डा. शुक्ला से मिलने जुलने वालों का तांता लगा है। सूत्र बताते हैं कि चिकित्सालय के भीतर से ही डा. शुक्ला को बचाने की मुहिम शुरू कर दी गयी है। डा. शुक्ला ने ऐसी बीमारियां हुईं हैं जिनका इलाज जल्द नहीं हो सकता है अत: यदि वे अपने मकसद में कामयाब हुए तो कम से कम पन्द्रह दिनों से पहले ट्रामा से बाहर नहीं आ सकेंगे।

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