कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी. एस. येदियुरप्पा ने अपने तेवर और कड़े करते हुए साफ कर दिया कि अवैध खनन पर लोकायुक्त एन. संतोष हेगड़े की रिपोर्ट में उनका नाम आए या ना आए वह पद छोड़ने वाले नहीं है। उन्होंने दावा किया कि वह पांच वर्षो का अपना कार्यकाल पूरा करेंगे और उनके उत्तराधिकारी के चयन का सवाल ही नहीं उठता।
हेगड़े बुधवार को अपनी रिपोर्ट सौंपने वाले है। हेगड़े की लीक हुई रिपोर्ट में राज्य में अवैध खनन के लिए मुख्यमंत्री येदियुरप्पा सहित अन्य नेताओं को जिम्मेदार ठहराया गया है। इसके मुताबिक इससे गत 14 महीनों में राजकोष को 1827 करोड़ रुपये का नुकसान पहुंचा है।
येदियुरप्पा ने यह पत्रकारों से चर्चा में कहा, "केंद्रीय नेतृत्व ने मुझसे इस्तीफा देने को नहीं कहा है। इस्तीफा यदि कोई मांग रहा है तो वह जनता दल (सेक्युलर) के नेता व पूर्व प्रधानमंत्री एच. डी. देवेगौड़ा, उनके पुत्र एच. डी. कुमारस्वामी, कांग्रेस नेता सिद्धरमैया और आप मीडिया वाले।" विधानसभा भंग करने के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, "दो सालों के बाद.. फिर हम विधानसभा भंग करके चुनाव में जाएंगे।" लोकायुक्त की रिपोर्ट पर केंद्रीय नेताओं से चर्चा के लिए दिल्ली जाने के बारे में पूछे जाने पर येदियुरप्पा ने कहा, "केंद्रीय नेतृत्व ने मुझे दिल्ली तलब नहीं किया है। लेकिन एक राष्ट्रीय पार्टी होने के नाते केंद्रीय नेताओं से रोजाना मेरी बात होती है।" यह पूछे जाने पर कि क्या केंद्रीय नेतृत्व ने उनसे उनका उत्तराधिकारी चुनने को कहा है, येदियुरप्पा ने जोर देकर कहा, "उत्तराधिकारी चुने जाने का सवाल ही नहीं उठता।" उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता के लिए वह दिन-रात कड़ी मेहनत कर रहे हैं और समय-समय पर इसके लिए उनकी प्रशंसा भी होती रहती है, खासकर वित्तीय प्रबंधन के लिए।
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