थॉमस की याचिका पर तत्काल सुनवाई नहीं. - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

गुरुवार, 14 जुलाई 2011

थॉमस की याचिका पर तत्काल सुनवाई नहीं.


दिल्ली हाईकोर्ट ने गुरुवार को पूर्व केंद्रीय सतर्कता आयुक्त (सीवीसी) पीजे थॉमस की उस याचिका पर तत्काल सुनवाई से इनकार कर दिया, जिसमें उन्होंने अपने उत्तराधिकारी के रूप में प्रदीप कुमार के शपथ-ग्रहण को चुनौती दी थी।

न्यायमूर्ति विक्रमजीत सेन और न्यायमूर्ति सिद्धार्थ मृदुल की खंडपीठ ने कहा कि आखिरी क्षणों में याचिका पर सुनवाई मुश्किल है। थॉमस की याचिका शुक्रवार को सुनवाई के लिए रखी जा सकती है।
थॉमस के वकील विल्स मैथ्यू ने अदालत के समक्ष यह मामला गुरुवार को सुबह 10.30 बजे रखा और याचिका पर तत्काल सुनवाई का अनुरोध किया।
बुधवार को दायर याचिका में थॉमस ने 16 मार्च को दायर अपनी अपील पर अदालत से निर्देश मांगा और  राष्ट्रपति प्रतिभा पाटील से अनुरोध किया था कि नए सीवीसी की नियुक्ति से पहले वह इस पर फैसला आने तक इंतजार करें।

मैथ्यू ने कहा, ''मुख्य आधार यह है कि यह निर्णय तीन न्यायाधीशों की खंडपीठ ने लिया था। हम संविधान के इस प्रावधान का समर्थन करते हैं कि इसके लिए पांच न्यायाधीशों की खंडपीठ होनी चाहिए।'' भ्रष्टाचार के मामले में थॉमस के खिलाफ लम्बित आरोप-पत्र के बाद सर्वोच्च न्यायालय ने तीन मार्च को सीवीसी के रूप में उनकी नियुक्ति को अवैध ठहरा दिया था।

कोई टिप्पणी नहीं: