कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा के समक्ष छाए एक नए संकट के तहत राज्य के लोकायुक्त ने अवैध खनन मामले में उनकी तथा उनके चार मंत्रियों की भूमिका की जांच करने की सिफारिश की है। सूत्रों ने बताया कि लोकायुक्त न्यायमूर्ति संतोष हेगड़े जल्द ही अपनी यह रिपोर्ट सौपेंगे। इस रिपोर्ट में पूर्व मुख्यमंत्री तथा जद (एस) नेता एच डी कुमार स्वामी तथा कांग्रेस के राज्यसभा सांसद अनिल लाड की भूमिका की भी जांच करने की सिफारिश की गई है।
संपर्क किए जाने पर उच्चतम न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश न्यायमूर्ति हेगड़े ने सिफारिशों के बारे में टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। बहरहाल, सूत्रों ने कहा कि जिन चार मंत्रियों के इस रिपोर्ट में नाम हैं, वे हैं जी जनार्दन रेड्डी, जी़ करुणाकर रेडडी, बी़ श्रीरामुलू (सभी खनिज प्रचुर बेल्लारी जिले का प्रतिनिधित्व करते हैं) और वी सोमन्ना।
हेगड़े ने कहा कि मेरी रिपोर्ट लीक हुई है, लेकिन मुझे भरोसा है कि यह किसी अंदरूनी व्यक्ति का काम नहीं है। निश्चित तौर पर ऐसे लोग हैं जो बाहर से दिलचस्पी रखते हैं। वे जरूर नजर रख रहे होंगे। उन्होंने राज्य में अवैध खनन की दूसरी और अंतिम रिपोर्ट के संदर्भ में कहा कि मेरी रिपोर्ट प्रकाशित तक नहीं हुई है। एक या दो दिन में मैं उसे सौंपूंगा। लोकायुक्त के सूत्रों ने पूर्व में संकेत दिए थे कि यह रिपोर्ट राजनीतिक रूप से धमाकेदार होगी। कहा जा रहा है कि हजारों पृष्ठों वाली इस विस्तृत रिपोर्ट में सीबीआई और आयकर विभाग से मिली जानकारी को भी शामिल किया गया है। इन दोनों विभागों ने भी राज्य में अवैध खनन के मुद्दे की जांच की थी। यह तुरंत स्पष्ट नहीं हो सका है कि क्या लोकायुक्त ने इन वरिष्ठ नेताओं को दोषी ठहराया है। हालांकि, निश्चित तौर पर रिपोर्ट में इस बात का जिक्र है कि इन नेताओं की भूमिका की आगे की जांच करना जरूरी है
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