अमेरिका की विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन अपने 3 दिवसीय भारतीय दौरे के लिए आज शाम दिल्ली पहुंचेंगी। मुंबई में हुए बम धमाकों के बाद ऐसी संभावना जताई जा रही थी कि हिलेरी अपनी प्रयोजित भारतीय यात्रा को स्थगित कर सकती हैं। इसके उलट हिलेरी क्लिंटन ने बयान जारी कर यह जानकारी दी थी कि वे अपने भारतीय दौरे पर जरूर जाएंगी। उन्होंने कहा कि दौरे पर अन्य मुद्दों के साथ वे आतंकवाद से निबटने के लिए परस्पर सहयोग के मामलों पर गंभीरता से विचार करेंगी। इसके लिए भारत को हर तरह का सहयोग भी दिया जाएगा।
हिलेरी क्लिंटन के इस 3 दिनी भारत दौरे में उनके साथ 25 सदस्यों का प्रतिनिधि मंडल भी आ रहा है। हिलेरी क्लिंटन भारतीय विदेश मंत्री एसएम कृष्णा से मिलकर आतंकवाद, परमाणु आपूर्ति समूह एनएसजी के नए दिशा निर्देशों, परमाणु करार, पाकिस्तान, अफगानिस्तान जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा करेंगी। इसके अलावा वे रक्षा, शिक्षा, व्यापार और अमेरिका जिससे सबसे ज्यादा चिंतित है यानिकि आउट सोर्सिंग पर भी बात करेंगी। वार्ता के बाद वे मीडिया से रूबरू होने के लिए प्रेस कॉफ्रेंस में भी हिस्सा लेंगी।
हिलेरी क्लिंटन अपने इस दौरे के दौरान प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से भी मिलेंगी। इसके अलावा वे सोनिया गांधी, सुष्मा स्वराज, प्रणव मुखर्जी और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार शिवशंकर मेनन से भी मिलेंगी। इसके बाद वे 20 जुलाई को चेन्न्ई भी पहुंचेंगी। चेन्नई पहुंचने वाली वे पहली अमेरिकी विदेश मंत्री होंगी। उनका भारतीय दौरा 21 जुलाई को पूरा होगा। इसके बाद वे इंडोनेशिया रवाना होंगी। यहां वे आसियान और प्रशांत क्षेत्र की सुरक्षा के लिए होने वाली बैठक में हिस्सा लेंगी।
हिलेरी क्लिंटन अपने इस दौरे के दौरान प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से भी मिलेंगी। इसके अलावा वे सोनिया गांधी, सुष्मा स्वराज, प्रणव मुखर्जी और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार शिवशंकर मेनन से भी मिलेंगी। इसके बाद वे 20 जुलाई को चेन्न्ई भी पहुंचेंगी। चेन्नई पहुंचने वाली वे पहली अमेरिकी विदेश मंत्री होंगी। उनका भारतीय दौरा 21 जुलाई को पूरा होगा। इसके बाद वे इंडोनेशिया रवाना होंगी। यहां वे आसियान और प्रशांत क्षेत्र की सुरक्षा के लिए होने वाली बैठक में हिस्सा लेंगी।
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