हिमाचल प्रदेश की लाहौल घाटी में भारतीय वायु सेना का मिग 29 विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया है. यह दुर्घटना मंगलवार की रात को हुई है. पुलिस ने बताया कि बचावकर्मियों ने दुर्घटना में जीवित बचे लोगों की तलाश शुरू कर दी है. मंगलवार रात को यह दुर्घटना हुई. अब तक इस बात की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है कि विमान में कितने लोग सवार थे.
हादसे के बाद पायलट की स्थिति के बारे में जानकारी नहीं मिली है. दिल्ली में वायुसेना के एक प्रवक्ता ने कहा कि विमान का मलबा और लापता पायलट का पता लगाने के लिए वायुसेना ने एक दल को रवाना कर दिया है.
पश्चिमी वायु कमान के दो एमआईजी.29 विमानों ने अधिक ऊंचाई पर रात्रिकालीन उड़ान अभ्यास के लिहाज से आदमपुर से जालंधर की उड़ान भरी थी और एक मोड़ पर उनमें से एक विमान पहाड़ी से टकरा गया. पुलिस अधीक्षक बिमल गुप्ता ने बताया, मंगलवार रात 8.30 बजे वायु सेना की ओर से सम्पर्क कर बताया गया था कि मिग 29 दुर्घटनाग्रस्त हो गया है. उन्होंने बताया, बचावकर्मियों का एक दल चोखन गांव पहुंच गया है. वहां से उन्होंने दुर्घटनास्थल तक पहुंचने के लिए चढ़ाई शुरू कर दी है.
उन्होंने कहा, हम वायु सेना के दलों का इंतजार कर रहे हैं. दुर्घटनास्थल काफी दुर्गम है. वहां वायु सेना के हेलीकॉप्टर भेजे जाने की सम्भावना है. चौखन गांव यहां से 450 किलोमीटर दूर और केलांग जिला मुख्यालय से 40 किलोमीटर दूर स्थित केलांग-उदयपुर राजमार्ग पर स्थित है.
वायुसेना ने कहा कि दूसरा विमान सुरक्षित लौटा और अभ्यास को रद्द नहीं किया गया. वायुसेना के लड़ाकू विमानों से जुड़ी इस साल की यह सातवीं और इस महीने की दूसरी दुर्घटना है. इससे पहले सात अक्तूबर को राजस्थान के बाड़मेर जिले में उत्तरलाई हवाईअड्डे के पास एक मिग.21 विमान दुर्घटना का शिकार हो गया था लेकिन उसमें से पायलट को सुरक्षित निकाल लिया गया.
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें