दिल्ली हाई कोर्ट के बाहर सितंबर में हुए बम विस्फोट के सिलसिले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने हिज्बुल मुजाहिद्दीन के तीन आतंकवादियों को वांछित घोषित करते हुए इनके बारे में सूचना मुहैया कराने वाले को दस-दस लाख रुपये देने का ऐलान किया है।
सूत्र के अनुसार हिज्बुल मुजाहिद्दीन के जुनैद अकरम मलिक उर्फ जूनी उर्फ उमैर, आमिर अली कमाल उर्फ आमिर उर्फ अकरम और शाकिर हुसैन शेख उर्फ छोटा हफीज उर्फ आदिल को दिल्ली हाई कोर्ट के बाहर हुए बम विस्फोट के सिलसिले में वांछित अपराधी घोषित किया है। हिज्ब के ये तीनों आतंकवादी जम्मू के किश्तवाड़ से हैं और उनके बारे में ऐसी किसी सूचना पर दस-दस लाख रुपये का ईनाम दिया जाएगा, जिसके आधार पर उनकी गिरफ्तारी संभव हो सके।
अकरम मलिक 2010 से आतंकवादी वारदात में सक्रिय है और किश्तवाड़ में वह कई आतंकी घटनाओं में शामिल रहा है। दिल्ली हाई कोर्ट के बाहर सात सितंबर को हुए बम विस्फोट की साजिश रचने में उसने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। आमिर अली कमाल मूलत: किश्तवाड़ के किचलू मुहल्ले का निवासी है। वह 2008 से आतंकी वारदात में सक्रिय है। उस पर भी हाईकोर्ट विस्फोट की साजिश रचने का आरोप है। तीखे नाक नक्श वाला शाकिर हुसैन शेख 2005 से आतंकवादी वारदात में सक्रिय है और उसके खिलाफ कई मामले दर्ज हैं। उस पर भी विस्फोट की साजिश रचने का आरोप है। तीनों आतंकवादियों में से जुनैद सबसे कम उम्र 19 साल का है जबकि आमिर कमाल 25 साल और शाकिर शेख 26 साल का है।
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